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Parenting: अपनी क्यूट सी बेटी को दें ये वैदिक नाम, यूनीक होने के साथ इनके अर्थ भी हैं शानदार

Parenting: कुछ लोगों को विदेशी नाम पसंद आते हैं तो कुछ को विदेशी। कहा जाता है कि नाम का व्यक्ति के व्यवहार और स्वभाव पर बहुत गहरा असर पड़ता है, लेकिन आज हम आपके लिए वैदिक काल के कुछ चुनिंदा नाम और उनके अर्थों की सूची लेकर आए हैं, जो आपको काफी पसंद आएंगे। तो आइए जानते हैं कौन से हैं वो नाम…

नई दिल्ली। बच्चों के दुनिया में आने से पहले ही उसके स्वागत की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। माता-पिता उसके कमरे कपड़ों से लेकर उसके भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सेविंग करने तक की तैयारी करने लगते हैं। इन्हीं तैयारियों में से एक है बच्चे का नामकरण। इसके लिए तो बच्चे के गर्भ में आने से पहले से ही लोग बच्चे के लिए कोई क्यूट सा नाम ढ़ूंढ़ने में जुट जाते हैं। ज्यादातर  पेरेंट्स की ख्वाहिश होती है कि वो अपने बच्‍चे के लिए सबसे यूनीक और सुंदर और अच्छे अर्थों वाला नाम ढूंढें। वो इसके लिए तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं। कुछ लोगों को विदेशी नाम पसंद आते हैं तो कुछ को विदेशी। कहा जाता है कि नाम का व्यक्ति के व्यवहार और स्वभाव पर बहुत गहरा असर पड़ता है, लेकिन आज हम आपके लिए वैदिक काल के कुछ चुनिंदा नाम और उनके अर्थों की सूची लेकर आए हैं, जो आपको काफी पसंद आएंगे। तो आइए जानते हैं कौन से हैं वो नाम…

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1.आद्रिका- संस्‍कृत भाषा के आद्रिक से उत्पन्न इस शब्द का अर्थ होता है ‘छोटा पहाड़।’

2.दक्षिणा- संस्‍कृत भाषा से उत्पन्न इस शब्द का मतलब है ‘ईश्‍वर का आशीर्वाद या दान’।

3. महिथा- ये एक नदी का नाम है, जिसका अर्थ होता है पूजनीय और सम्‍मानित। ये शब्द भी संस्कृत भाषा से लिया गया है।

4. निथा- निथा का अर्थ कला और संगीत होता है। इसे भी संस्कृत भाषा से लिया गया है।

5. सुदीक्षा- मां लक्ष्मी के इस नाम की उत्‍पत्ति भी संस्‍कृत भाषा से हुई है और इसका अर्थ होता है एक अच्‍छी शुरुआत और अच्‍छी पहल।

6. जीविथा- जीविथा का मतलब जीवन और जीवंत होता है। इस शब्द की उत्‍पत्ति हिंदू और संस्‍कृ‍त भाषा से हुई है।

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7. कश्‍यपी- इसका अर्थ होता है पृथ्‍वी और भूमि। इसकी उत्‍पत्ति संस्‍कृत और बंगाली भाषा से हुई है।

8. तुष्टि- मां लक्ष्मी के 71वें नाम तु्ष्टी का अर्थ शांति, संतुष्टि या खुशी होता है।

9. वरेण्‍या- संस्कृत भाषा से उत्पन्न इस शब्द का अर्थ सबसे उत्‍कृष्‍ट, उत्तम या कामना है। इसके अलावा, वेदों में परम आनंद को वरेण्‍या कहा गया है।

10. तिस्‍या- हिंदी भाषा के इस शब्द का अर्थ  तारा या शुभ होता है।