नई दिल्ली। एशियन गेम्स में भारत ने अनेकों ऐसी ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कीं हैं, जिन्हें निकट भविष्य में याद किया जाता रहेगा। भारत ने कई खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए परोक्ष रूप से पूरी दुनिया को यह संदेश दे दिया कि वो किसी भी खेल में कम नहीं है । चाहे 42 साल बाद घुड़सवारी में मेडल जीतने की बात हो या बैडमिंटन में चीन को पटखनी देने का मसला हो। भारतीय खिलाड़ी अगर अपनी पर आ जाए, तो हर खेल में डंका बजवा सकते हैं। अब आप इतना सबकुछ पढ़ने के बाद मन ही मन सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि आप इस तरह की भूमिका रचा रहे हैं। जरा कुछ खुलकर बताएंगे।
दरअसल, खबर है कि भारत ने हॉकी में जापान को हार का मुंह दिखाया है। भारत ने जापान को 5-1 से पराजित किया है। भारत ने जापान को हराने के साथ अपने लिए पेरिस ओलंपिक 2024 का भी टिकट बुक कर लिया है। वहीं, विभिन्न खिलाड़ियों के प्रदर्शन की बात करें, तो भारत की ओर से कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने दो, मनप्रीत, अमित रोहिदास और अभिषेक ने एक-एक ग गोल दागे। 9 साल बाद ऐसा हुआ है कि भारतीय हॉकी टीम ने गोल्ड जीता हो। इससे पहले 2014 में इंडिया ने इंचियोन में स्वर्ण पदक हासिल किया था। भारत ने चौथी बार हॉकी में गोल्ड जीता है। इससे पहले भारत ने 1966, 1998 और 2014 में गोल्ड अपने नाम किया था। हालांकि, फाइनल में हार का मुंह देखने के बावजूद भी जापान ने पिछली बार एशियन गेम्स में गोल्ड जीता था।
🇮🇳 𝟓-𝟏 🇯🇵
𝐆𝐎𝐋𝐃 🥇 𝐌𝐞𝐝𝐚𝐥 𝐅𝐨𝐫 𝐈𝐍𝐃𝐈𝐀 🇮🇳#𝐓𝐞𝐚𝐦𝐈𝐧𝐝𝐢𝐚 𝐛𝐞𝐚𝐭 𝐉𝐚𝐩𝐚𝐧 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐅𝐈𝐍𝐀𝐋 𝐨𝐟 #𝐀𝐬𝐢𝐚𝐧𝐆𝐚𝐦𝐞𝐬𝟐𝟎𝟐𝟐 🏑 pic.twitter.com/SYFyDZ3kod
— Doordarshan Sports (@ddsportschannel) October 6, 2023
वहीं, भारत को पिछले एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल से ही सेटिस्फाई होना पड़ा था। मगर, इस बार हॉकी में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। पूरे टर्नामेंट में महज तीन ही टीम ऐसी रही, जो कि भारत के खिलाफ गोल दाग सकी। हालांकि, फाइनल में पहले चरण में भारत को 4-2 से जीत मिली थी। बता दें कि भारत की ओर से कुल 14 खिलाड़ियों ने गोल किए थे, जिसमें से सबसे पहले गोल कप्तान हरमन प्रीत कौर ने किए। वहीं, अलावा वरुण कुमार ने आठ, ललित उपाध्याय ने सात, अभिषेक ने सात, अमित रोहिदास ने पांच, शमशेर ने तीन और हार्दिक ने दो गोल किए।
सोशल मीडिया पर बधाइयों का लगा तांता