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Tokyo Paralympics: भारत का एक और सिल्वर मेडल पक्का, प्रमोद भगत बैडमिंटन के फाइनल में पहुंचे

Tokyo Paralympics: इस बार पैरालिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन रहा है। शुक्रवार को भी भारत को 3 मेडल हासिल हुए थे।

टोक्यो। यहां चल रहे पैरालिंपिक में आज सुबह भारत के लिए एक और अच्छी खबर आई। प्रमोद भगत ने बैडमिंटन में भारत के लिए कम से कम एक और सिल्वर मेडल पक्का कर लिया। प्रमोद ने सेमीफाइनल में जापान के फुजिहारा डाइसुके को सीधे गेम में 21-11, 21-16 से हराकर फाइनल में जगह बना ली। अगर प्रमोद सिल्वर भी लाते हैं, तो इससे टोक्यो पैरालिंपिक में भारत के 14 मेडल हो जाएंगे। प्रमोद भगत गोल्ड मेडल के लिए बेथेल डेनियल का सामना करेंगे। वहीं, बैडमिंटन के दूसरे सेमीफाइनल में भारत के मनोज सरकार को डेनियल ने हरा दिया। अब ब्रॉन्ज मेडल के लिए मनोज का मुकाबल डाइसुके से होगा। उधर, शूटिंग के 50 मीटर एयर पिस्टल मुकाबले में भारत के ही मनीष नरवाल और सिंहराज अधाना भी फाइनल में पहुंच गए हैं। मनीष ने 533 अंक और अधाना ने 536 अंक जुटाए। सिंहराज पहले ही 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में ब्रॉन्ज जीत चुके हैं। अगर वह दूसरा मेडल हासिल करते हैं, तो इतिहास रच देंगे।

इस बार पैरालिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन रहा है। शुक्रवार को भी भारत को 3 मेडल हासिल हुए थे। हरविंदर सिंह ने तीरंदाजी में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता। हरविंदर ने मैच के शूटऑफ में कोरियाई तीरंदाज को पराजित किया था। उनसे पहले राजस्थान की अवनि लेखरा ने 50 मीटर एयर राइफल में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। जबकि, प्रवीण कुमार ने हाईजम्प में नया एशियन रिकॉर्ड बनाते हुए सिल्वर मेडल जीता।

भारत के अब टोक्यो पैरालिंपिक में 14 मेडल हो चुके हैं। पिछले 53 साल में 11 पैरालिंपिक में भारत सिर्फ 12 मेडल ही जीत सका था। बता दें कि 1960 से पैरालिंपिक हो रहे हैं। भारत साल 1968 से पैरालिंपिक में हिस्सा ले रहा है। साल 1976 और 1980 में भारत ने इन खेलों में हिस्सा नहीं लिया था।