newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

FIFA World Cup 2022: इस बार फीफा है खास और अलग!, पहली बार इस विश्व कप में होने वाली हैं ये चीजें

FIFA World Cup 2022: कतर में आयोजित होने जा रहे इस टूर्नामेंट को शुरू होने में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। इस बार का फीफा का खास और अलग भी है क्योंकि इस बार के फीफा में कई चीजें ऐसी होनी है जो पहले कभी नहीं हुई। तो चलिए आपको बताते हैं क्या खास है इस बारे के फीफा विश्व कप 2022 में…

नई दिल्ली। अगले महीने नवंबर 20 तारीख से FIFA World Cup की शुरुआत होने जा रही है। इस बार फीफा विश्व कप 2022 अरब देश कतर में होना है। ऐसा पहली बार है जब किसी अरब देश में फीफा का आयोजन होने जा रहा है। इस टूर्नामेंट को खास बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर है। कतर में आयोजित होने जा रहे इस टूर्नामेंट को शुरू होने में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। इस बार का फीफा का खास और अलग भी है क्योंकि इस बार के फीफा में कई चीजें ऐसी होनी है जो पहले कभी नहीं हुई। तो चलिए आपको बताते हैं क्या खास है इस बारे के फीफा विश्व कप 2022 में…

FIFA World Cup 2022.

पहली बार इस विश्व कप में होने वाली हैं ये चीजें

हर टीम में 26 प्लेयर्स- वैसे तो हर टीम में करीब 23 खिलाड़ी होते थे, लेकिन कोरोना की वजह से खिलाडियों की संख्या को बढ़ाते हुए इसे 26 कर दिया गया है। इस विश्व कप में भी हर टीम के अपने 26 खिलाड़ी रहेंगे। इसके अलावा यूरोपियन चैंपियनशिप और कोपा अमेरिका कप में भी 26 खिलाड़ियों को रखने की इजाजत इस टीम को दी गई थी।

महिला रेफरी- फीफा इतिहास का ऐसा सबसे बड़ा बदलाव जो इस बार के टूर्नामेंट में देखने को मिलेगा वो ये है कि इस बार महिला रेफरी मैच का संचालन करेगी। टूर्नामेंट के लिए 36 रेफरी का चयन हुआ है। इनमें तीन रेफरी महिलाएं हैं।

सेमीऑटोमेटेड ऑफसाइड तकनीक- इस बार के फीफा कप में सेमी- ऑटोमेटेड ऑफसाइड तकनीक का इस्तेमाल किया जाना है। ये पहली बार है फीफा में उपयोग की जाएगी। फीफा अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो ने इसे लेकर कहा है कि “सेमीऑटोमेटेड ऑफसाइड तकनीक विश्व भर में लागू किए गए VR सिस्टम का एक विकास है।”

पांच सब्स्टीट्यूट- कोरोना वायरस के कहर के बाद हर टीम को तीन की बजाय पांच खिलाड़ी बदलने की इजाजत दी गई थी। फीफा विश्व कप में भी यही नियम लागू होना है। जून महीने में इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन बोर्ड ने इस फैसले का ऐलान किया गया था। क्लब फुटबॉल के दौरान भी इसका खासा इस्तेमाल हुआ जो कारगर भी रहा।