नई दिल्ली। कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Kashmir Separatist Leader Yasin Malik) को आज आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के जुर्म में सजा सुनाई जानी है। बीते दिनों हुई पूछताछ में यासीन मलिक ने खुद कबूल किया था कि उसने जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की दिशा में अपना योगदान दिया था। बता दें कि दिल्ली स्थित एनआईए की अदालत ने यासीन को टेटर फंडिंग मामले दोषी ठहराया था। जिसे लेकर आज उसे सजा सुनाई जानी है, लेकिन यासीन को सजा सुनाए जाने के बाद पाकिस्तान को मिर्ची लग गई है। तमाम पाकिस्तानी नेता केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना कर रहे हैं। सभी के सभी ट्वीट कर केंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। इसी क्रम में पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी भी आतंकी यासीन मलिक के समर्थन में उतर आए। अफरीदी ने भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए ट्वीट कर लिखा कि, यासिन मलिक को सजा देने से घाटी में आजादी की जंग रूकने वाली नहीं है। भारत ने यासीन मलिक को झूठे मामले में फंसाया है।
India’s continued attempts to silence critical voices against its blatant human right abuses are futile. Fabricated charges against #YasinMalik will not put a hold to #Kashmir‘s struggle to freedom. Urging the #UN to take notice of unfair & illegal trails against Kashmir leaders. pic.twitter.com/EEJV5jyzmN
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) May 25, 2022
वहीं आतंकी यासीन मलिक का समर्थन करने वाले पाकिस्तानी क्रिकेटर अफरीदी के ट्वीट पर टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी अमित मिश्रा ने रिएक्शन दिया है। अमित मिश्रा ने अफरीदी को जमकर खरी खोटी सुनाई है। अमित मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा, प्रिय शाहीद अफरीदी उसने (यासीन मलिक) खुद कोर्ट रूम में दोषी माना है। आपकी जन्मतिथि की तरह सब कुछ भ्रामक नहीं हो सकता है। बता दें कि अफरीदी पहले भी कश्मीर को लेकर जहर उगल चुके है।
Dear @safridiofficial he himself has pleaded guilty in court on record. Not everything is misleading like your birthdate. ???https://t.co/eSnFLiEd0z
— Amit Mishra (@MishiAmit) May 25, 2022
आपको बता दें कि यासीन मलिक को सजा मिलने से पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना करते हुए ट्वीट कर लिखा कि, ‘अफरीदी विश्व को IIOJK में राजनीतिक कैदियों के साथ भारत सरकार के दुर्व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए। प्रमुख कश्मीरी नेता यासीन मलिक को फर्जी आतंकवाद के आरोपों में दोषी ठहराना व्यर्थ प्रयास है, भारत के मानवाधिकारों के हनन की आलोचना करने वाली 2 मौन आवाजें।’
World should take note of Indian govt’s mistreatment of political prisoners in IIOJK. Conviction of prominent Kashmiri leader Yasin Malik on fake terrorism charges is futile effort 2 silence voices critical of India’s blatant human rights abuses. Modi regime must b held 2 account
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) May 23, 2022