वॉशिंगटन। अमेरिका की कंपनी ओपनएआई OpenAI ने चैटजीपीटी ChatGPT सामने लाकर तहलका मचा दिया था। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई के क्षेत्र में अब तक के सबसे पावरफुल टूल के तौर पर चैटजीपीटी सामने आया है। ऐसा कोई मुश्किल सवाल या काम नहीं, जिसका हल चैटजीपीटी न निकाल सकता हो, लेकिन अब चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई के एक और टूल की खबरों ने खतरे के अंदेशे की चर्चाओं को जोर दिया है। ओपनएआई हाल के दिनों में अपने सीईओ रहे सैम ऑल्टमैन को निकाले जाने की वजह से चर्चा में रहा है। अब चर्चा उसके नए एआई टूल Q* क्यू स्टार की हो रही है। आखिर क्यू स्टार को लेकर क्यों चर्चा का बाजार गर्म है और क्या इस एआई टूल से वाकई खतरा है? इसी बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
अभी तक की जानकारी और मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक क्यू स्टार एआई के क्षेत्र में नई खोज है। ओपनएआई इस पर लंबे समय से रिसर्च कर रहा था। जब सैम ऑल्टमैन को निकाला गया, तो इसके बाद ही एक न्यूज एजेंसी के हाथ ओपनएआई का एक ई-मेल लगा। इसी ई-मेल में क्यू स्टार के बारे में जानकारी दी गई थी। अभी जो जानकारी है, उसके मुताबिक क्यू स्टार नाम का ओपनएआई का नया टूल आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस यानी एजीआई वाला है। ये एजीआई टूल इंसानों से भी ज्यादा तेजतर्रार होते हैं। ये बात खुद सैम ऑल्टमैन ने पहले कही थी। ऐसे में खतरा इसका है कि इंसानों पर ये एजीआई टूल क्यू स्टार कहीं काबिज न हो जाए! चैटजीपीटी ने पहले ही नौकरियों और प्रोफेशन पर खतरे के बादल मंडरा दिए हैं। अगर क्यू स्टार इंसानों से ज्यादा तेजतर्रार हुआ, तो इससे नए तरीके की समस्या पैदा हो सकती है।
अभी की खबरों के मुताबिक क्यू स्टार नाम के नए टूल ने गणित के सवालों को तेजी और सटीक तरीके से हल किया है। इसके जरिए जनरल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ा कोई भी काम कराया जा सकता है। शायद वो दिन दूर नहीं, जब हमारी अंगुलियों और आंखों की पुतलियों की हरकतों से ही क्यू स्टार सरीखे टूल चुटकियों में सारा कामकाज निपटा देंगे। अभी की जानकारी सिर्फ इतनी है कि नए आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस टूल का इस्तेमाल ई-मेल वगैरा लिखने में किया जा रहा है। एजीआई के बारे में बताया गया है कि वो आपको बता सकता है कि आगे क्या लिखा जा सकता है या किसी सवाल को हल करने की अगली प्रक्रिया क्या हो सकती है। अब तक सवालों का हल तो कम्प्यूटर एप्लीकेशन दे देते हैं, लेकिन उसे करने का तरीका क्यू स्टार बता सकता है। यानी ये आम टूल नहीं, ठीक वैसा ही सोचता है जैसा इंसान का दिमाग। लेकिन तेज होने के कारण ये इंसानों को पछाड़ सकता है।