newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

इस Chipset में मिल रही हैं ढेरों खामियां, 300 करोड़ एंड्रॉयड यूजर्स का डेटा खतरे में

फिलहाल खतरा सिर्फ एंड्रॉयड फोन्स(Android) को बताया गया है। क्योंकि ऐपल(Apple) अपने फोन्स में अपनी खुद की बनाई चिप्स लगाता है। एंड्रॉयड में भी सिर्फ क्वॉलकम चिप्स वाले फोन्स को खतरा।

नई दिल्ली। क्वॉलकम कंपनी के डिजिटल सिग्नल प्रोसेसर (DSP) चिप्स को लेकर खबर सामने आई है कि इस चिपसेट में कई खामियां मिल रही हैं। जिसकी वजह से दुनियाभर के 3 अरब (करीब 300 करोड़) लोगों के फोन का डेटा और प्राइवेसी खतरे है। इस चिपसेट में एक नहीं बल्कि 400 खामियां पाई गई हैं।

Chipset

 

दरअसल क्वॉलकम चिप्स स्मार्टफोन बाजार के 40 प्रतिशत फोन्स में इस्तेमाल होती है। गूगल, सैमसंग, एलजी, शाओमी आदि कंपनियों के महंगे से महंगे और सस्ते से सस्ते फोन्स में क्वॉलकम चिप्स लगती हैं। जब इस चिप को लेकर टेस्ट हुआ तो इसकी कोडिंग में 400 खामियां पाई गई हैं। इनकीम मदद से हैकर्स आसानी से किसी भी स्मार्टफोन को जासूसी (Android smartphones data at risk) के लिए इस्तेमाल कर सकते थे और यूजर को पता तक नहीं लगता। इतना ही नहीं खामियों की वजह से हैकर आसानी से यूजर के फोटो, वीडियो, कॉल रिकॉर्डिंग, माइक्रोफोन, जीपीएस डेटा तक पहुंच बना सकता है।

Smartphone

इसकी वजह से हैकर्स किसी भी फोन को फ्रीज या हैंग कर सकते हैं। हैकर्स चाहें तो फोन में कुछ ऐसे मेलवेयर डाल सकते हैं जिससे उन्हें फोन से कभी निकाला ही नहीं जा सके। हालांकि, रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि हैकर्स इन फोन्स को किस तरह से हैक कर सकते हैं। कमियां पता करनेवाली चेकपॉइंट की तरफ से कहा गया है कि उन्होंने इसकी जानकारी संबंधित सरकारों और संबंधित मोबाइल कंपनियों को दे दी है। अब इसपर काम किया जा रहा है कि फोन को कैसे ज्यादा सुरक्षित बनाया जाए। चेकपॉइंट ने क्लॉकम को भी इसकी जानकारी दी है। उन्होंने 6 दिक्कतों को खत्म भी किया है। लेकिन बाकी कमियों को देर करने के लिए अभी मोबाइल कंपनियों को चीजें अपडेट करवानी होंगी।

qualcomm

फिलहाल खतरा सिर्फ एंड्रॉयड फोन्स को बताया गया है। क्योंकि ऐपल अपने फोन्स में अपनी खुद की बनाई चिप्स लगाता है। एंड्रॉयड में भी सिर्फ क्वॉलकम चिप्स वाले फोन्स को खतरा। एंड्रॉयड फोन्स में कई और चिपसेट भी लगते हैं।