newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Abu Dhabi Hindu Temple : जानिए यूएई में 18 लाख ईंटों से बने हिंदू मंदिर की खासियतें ?

यूएई में अबूधाबी के रेगिस्तान के बीच बनकर तैयार हुए इस भव्य मंदिर की कई खासियतें हैं । ये मंदिर पश्चिम एशिया में पत्थरों से बना सबसे बड़ा मंदिर होगा । 700 करोड़ रुपए से भी ज्यादा इसके निर्माण में खर्च हुए हैं ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन किया था । बीते कई दिनों से राम मंदिर के अलावा जिस एक मंदिर की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही थी वो है इस्लामिक देश यूएई के शहर अबु धाबी का भव्य हिंदू मंदिर जो अब बनकर तैयार है और इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 14 फरवरी को होना है । बीते चार सालों से संगमरमर के टुकड़ों को तराशकर उन्हें स्तंभों के साथ ही भगवान राम और श्री गणेश जैसे हिंदू देवताओं की मूर्तियों में तब्दील करने वाले राजस्थान के काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उनकी कला को अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर में जगह मिली है । यूएई में अबूधाबी के रेगिस्तान के बीच बनकर तैयार हुए इस भव्य मंदिर की कई खासियतें हैं । ये मंदिर पश्चिम एशिया में पत्थरों से बना सबसे बड़ा मंदिर होगा । 700 करोड़ रुपए से भी ज्यादा इसके निर्माण में खर्च हुए हैं । इस मंदिर को बेहद सलीके से डिजाइन किया गया है । इसमें यूएई के सात अमीरातों के प्रतीक के तौर पर सात मीनारें बनाई गई हैं । मंदिर क्षेत्र का निर्माण 27 एकड़ जमीन पर किया गया है । मंदिर को बनाने में उत्तरी राजस्थान से अबू धाबी तक गुलाबी बलुआ पत्थर पहुंचाया गया । ये ऐसे खास तरीके से लगाए गए हैं कि यूएई की भीषण गर्मी से भी इन पत्थरों पर कोई असर नहीं पड़ेगा । मंदिर के लिए मार्बल इटली से मंगाया गया था । कार्बन फुटप्रिंट कम करने के लिए मंदिर की नींव में कंक्रीट मिक्सचर के साथ साथ फ्लाई ऐश का भी इस्तेमाल किया गया है । अबू धाबी का ये मंदिर एशिया का सबसे बड़ा मंदिर है जिसकी ऊंचाई 32.92 मी., लंबाई 79.86 मी. और चौड़ाई 54.86 मी. है । इस मंदिर को पूरी तरह बनाने में 18 लाख ईंटों का इस्तेमाल किया गया है । 14 फरवरी को उद्घाटन के बाद 18 फरवरी से ये मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा ।