लंदन। कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर विवाद में घिर गए हैं। इस बार विवाद काफी बड़ा है। इस विवाद की वजह उनका बयान है। राहुल गांधी ने रविवार को लंदन में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने कई मुद्दों पर बात की। मोदी सरकार और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा। इन्हीं सब के बीच राहुल गांधी ने ऐसा कुछ कह दिया कि बीजेपी ने उनको अब भारत के लिए खतरा बता दिया है। राहुल गांधी ने अपने बयान से किस तरह विवाद खड़ा किया है, ये आपको बताते हैं। राहुल गांधी ने संबोधन में कहा कि पैसा और व्यापार मिल रहा है। इस वजह से लोकतंत्र का पहरेदार माने जाने वाले अमेरिका और यूरोप के देश भारत में लोकतंत्र की खराब हालत देखकर भी चुप्पी साधे हुए हैं।
राहुल गांधी के इस बयान से सियासत गरमा गई है। बीजेपी की तरफ से राहुल गांधी पर हमला बोला गया। बीजेपी के नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी का वीडियो ट्विटर पर शेयर कर तगड़ा निशाना साधा। अमित मालवीय ने लिखा कि राहुल गांधी सिर्फ भ्रम में नहीं रहते, बल्कि विकृत तरीके से कुटिल हैं। मालवीय ने आगे ये भी लिखा कि राहुल गांधी के विचार भारत की संप्रभुता के लिए खतरनाक हैं। पहली बार बीजेपी ने राहुल गांधी के बयान पर इस तरह की प्रतिक्रिया दी है। इससे पहले कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में जब राहुल ने भाषण दिया था, तब भी उनकी तमाम बातों पर बीजेपी ने निशाना साधा था। अब आप देखिए कि भारत में लोकतंत्र को लेकर अमेरिका और यूरोप के देशों के बारे में राहुल ने क्या कहा और बीजेपी की उसपर क्या प्रतिक्रिया है।
Rahul Gandhi is not just delusional but devious in a mutilated manner… His ideas are dangerous for India’s sovereignty… pic.twitter.com/PATg0Qkunr
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 5, 2023
बहरहाल, राहुल ने अपने संबोधन में तमाम अन्य बातें भी कहीं। उन्होंने वीर सावरकर की किताब का हवाला दिया। राहुल ने कहा कि सावरकर ने अपनी किताब में लिखा है कि उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक मुसलमान को पीटा और उससे उनको बहुत खुशी हुई। राहुल ने इस पर सवाल उठाए। साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि मुझपर जितना हमला होता है, उतना ही मैं सीखता हूं। राहुल गांधी ने कहा कि भारत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा एक छिपा मुद्दा है। उन्होंने मोदी सरकार और कांग्रेस के बीच जंग को हिम्मत और कायरता के बीच लड़ाई भी बताया। राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के चीन के बारे में बयान का हवाला देते हुए कहा कि विदेश मंत्री ने कहा कि चीन हमसे मजबूत है, तो हम उससे कैसे लड़ सकते हैं। ये कायरता है।