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Anti India Lobbing: PM मोदी के अमेरिका दौरे से पहले भारत विरोधी फील्डिंग सेट, विदेशी धरती पर ऐसे रची जा रही साजिश

Anti India Lobbing: ये भारत में CAA के विरोध में हुए प्रोटेस्ट को डिफेंड कर रही है। ये हर तरह से हिंदुस्तान की सरकार को बदनाम करने के प्रयास कर रही है। अंगना ने कहा तो रॉयटर्स ने भी छाप दिया, अब इसी पर पूरा प्रोपोगेंडा चल रहा है। इस बात को समझने में हमें देर नहीं करनी चाहिए कि ये भी जॉर्ज सोरोस के पैसे से फंडेड लोग हैं।

नई दिल्ली। पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं, 21 जून से लेकर 23 जून तक वो अमेरिका में रहेंगे। इसको लेकर तमाम तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। अमेरिकी संसद में वो भाषण देंगे उसके लिए अमेरिकी संसद बेहद उत्साहित नजर आ रही है। एक अमेरिकी न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट है, जिसके मुताबिक 22 जून को व्हाइट हाउस के अंदर पीएम मोदी और बाइडेन, हिंदुस्तान अमेरिका के बीच दोस्ती के नए आयाम गढ़े जाएंगे। लेकिन इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि एक तरफ जहां अमेरिकी संसद में मोदी के नाम का डंका बज रहा होगा वहीं दूसरी तरफ संसद के बाहर कुछ भाड़े के टट्टू मोदी विरोधी एजेंडे के तहत नारेबाजी करेंगे। इसके लिए कुछ स्लोगन भी दिए गए हैं, जैसे मोदी नॉट वेलकम, दूसरा स्लोगन है, सेव इंडिया फ्रॉम हिंदू सुप्रीमेसी, तो हिंदू सुप्रीमेसी का विरोध कौन करेगा, वही जो असली हिंदू नहीं होगा।

joe biden and narendra modi

और इसके आलावा जैसे 2019 में जब पीएम मोदी न्यूयॉर्क गए थे हाउड़ी मोदी हुआ था, वैसे ही ये लोग भी इस बार हाउड़ी डेमोक्रेसी के नारे लगाएंगे, और कहेंगे कि हिंदुस्तान में डेमोक्रेसी बची ही नहीं है, हिंदुस्तान में डेमोक्रेसी पर खतरा है। लेकिन इसकी शुरुआत आखिर हो कहां से रही है ये समझना बेहद जरूरी है। क्योंकि अगर अंग्रेज ऐसा करेंगे तो शायद उतना भाव ना मिले, लेकिन अमेरिका में भी कुछ भारतीय गद्दार हैं, राहुल गांधी के सहारे अमेरिका में कुछ गद्दार मोहब्बत की दुकान खोले बैठे हैं। वो गद्दार जो पैसे पर बिक जाते हैं, और राहुल गांधी इन्हीं गद्दारों से मिलकर आए हैं। वही गद्दार अमेरिका में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने खड़े होकर पीएम मोदी की यात्रा का विरोध कर रहे हैं, पोस्टर लेकर खड़े हैं जिनपर लिखा है जो बैक मोदी, वी डोंट वांट मोदी.. और यहां जो लड़का पोस्टर लेकर खड़ा है न, वही राहुल गांधी के साथ हाल के इंटरव्यू में था। वो इस ग्रुप को लीड कर रहा है।

रॉयटर्स के खबर को आगे देखा तो एक और भारत विरोधी अंगना पी चटर्जी जो लगातार हर मंच पर भारत के विरोध में एजेंडा चलाती है। जो फाई नेटवर्क के साथ काम करती है, वही फाई जो पाकिस्तान के लिए दलाली करता है। ये उसी नेटवर्क के साथ जुडी हुई है। अब आप सोचेंगे कि इसका राहुल गांधी से क्या संबंध है, तो आपको बता दूं कि राहुल गांधी अमेरिका दौरे की एक सीक्रेट मीटिंग की कुछ तस्वीरें सामने आई थीं, जिनमें एक कोनें में ये लेडी, अंगना चटर्जी बैठी दिख रही थी।

ये जो महिला है न, अंगना चटर्जी, ये इंडियन अमेरिकन मुस्लिम कौंसिल से जुडी है। इसने एक संगठन बनाया था कश्मीर को हिंदुस्तान से अलग करने के लिए। ये हमेशा ही कश्मीर को आजाद करने के लिए प्रोपोगेंडा फैलाती रही है। ये महिला न सिर्फ भारत सरकार, बल्कि भारत विरोधी, भारतीय आर्मी की भी विरोधी है। अंगना ने जो बाइडेन के नाम एक वीडियो जारी किया है, जिसमें ये बाइडेन से अपील कर रही है कि मोदी जब उनसे मिले तो वो कुछ सवाल पूछें, ये सवाल राहुल गांधी के बयानों की ही फोटोकॉपी नजर आते हैं..

इसने सवाल किया है जिसमें ये भारत में CAA के विरोध में हुए प्रोटेस्ट को डिफेंड कर रही है। ये हर तरह से हिंदुस्तान की सरकार को बदनाम करने के प्रयास कर रही है। अंगना ने कहा तो रॉयटर्स ने भी छाप दिया, अब इसी पर पूरा प्रोपोगेंडा चल रहा है। इस बात को समझने में हमें देर नहीं करनी चाहिए कि ये भी जॉर्ज सोरोस के पैसे से फंडेड लोग हैं।

इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउन्सिल इससे जुडी हुई अंगना को आखिर चलाता कौन है ? इसको अहमद रशीद चलाता है। ये ही इसका हेड है। इसके आलावा एक और वर्क ग्रुप है, जिसका नाम है इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ़ नार्थ अमेरिका, जिसको जाहिद महमूद चलता है जो एक्स पाकिस्तानी नेवी ऑफिसर है। ये सभी ISI के दलाल हैं जो हिंदुस्तान के विरोध में लॉबिंग करते हैं। जिससे हिंदुस्तान हिंदुस्तान की विदेश नीति बुरी तरह प्रभावित हो, जब भी अमेरिका में हिंदुस्तान को लेकर बातचीत हो तो ये सवाल पूछे जाएं कि आप कश्मीरियों, मुस्लिमों के साथ हिंदुस्तान में अच्छा बर्ताव क्यों नहीं करते हैं। आप डेमोक्रेसी को क्यों खत्म कर रहे हैं।

अमेरिकी मीडिया में इस तरह की खबरें चलती हैं, कुछ मीडिया एनालिस्ट इस बात को भी मानते हैं कि अमेरिका भारत को चीन की पॉलिसीज के खिलाफ एक काउंटर बैलेंस की तरह इस्तेमाल कर रहा है, जिससे आने वाले समय में, वो भारत में बड़ी बड़ी कंपनियों, बड़े निवेशों को करने वाला है। इसके साथ ही आने वाले दिनों में भारत और अमेरिका के रिश्ते और भी बेहतर होंगे इसके साथ ही तकनीक, रक्षा, सैन्य शक्ति के मामले में वो भारत को सहयोग करने वाला है। भारत और अमेरिका के बढ़ते संबंधों को देखकर ये जो लोग हैं न, जो भारत विरोधी लॉबिंग करते हैं उनको मिर्ची लगनी शुरू हो गई हैं।