
नई दिल्ली। पूरी दुनिया में साल 2020 के शुरुआत के साथ कोरोना ने कहर बरपाना शुरू किया वह साल 2021 की शुरुआत तक जारी है। हालांकि कुछ देशों में इसके मामलों में गिरावट देखी जा रही है। लेकिन अभी भी इस वायरस का प्रसार कई देशों में बेहद तेज है। भारत, अमेरिका, ईटली, फ्रांस, ब्रिटेन, साऊथ अफ्रिका, ब्राजील जैसे कई देशों में तो इस वायरस ने ऐसा तांडव मचाया कि इन देशों की पूरी की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई। हालांकि भारत इस मामले में अपने आप को सुरक्षित बचाने में कामयाब रहा। लेकिन ब्राजील और अमेरिका जैसे देशों में तो अभी भी इस वायरस का कहर जारी है।
आपक बता दें कि इस वायरस के प्रसार की शुरुआत के साथ ही सारी दुनिया के वैज्ञानिक इसका टीका विकसीत करने के प्रयास में लग गए। हालांकि चीन, रूस ने इसके टीके को लेकर सबसे पहले अपने देश के वैज्ञानिकों की पीठ थपथपाई। रूस की तरफ से तो सबसे पहले टीके को मंजूरी भी दे दी गई। लेकिन पूरी दुनिया के देश रूस के इस टीके पर भरोसा नहीं कर पा रहे थे। इसके बाद अमेरिका की तरफ से फाइजर की वैक्सीन को मंजूरी मिली। कई देशों ने इस टीके को अपने देश में आपातकालीन प्रयोग की मंजूरी दी। लेकिन लगातार इसके बढ़ते साइट इफेक्ट की वजह से इन टीकों पर भी दुनिया के कई देशों का भरोसा वैसा नहीं बन पाया। अब भारत की तरफ से दो कोरोना वायरस टीके को मंजूरी दी गई है। इसमें से एक भारत बायोटेक की कोविशील्ड और दूसरी सीरम इंस्टीट्यूट और AstraZeneca की वैक्सीन कोवैक्सीन है।
अब ब्राजील की तरफ से AstraZeneca की कोरोना वैक्सीन की मांग की गई है। ब्राजील में चूकि कोरोना का कहर बहुत ज्यादा बरपा है। ऐसे में ब्राजील जल्द से जल्द इस कोरोनावायरस वैक्सीन को अपने देश में मंगाना चाहता है। इसके लिए ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक आग्रह पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मांग की है कि जल्द से जल्द ब्राजील को AstraZeneca की कोरोना वैक्सीन मुहैया कराई जाए ताकि उनके देश में भी कोरोना टीकाकरण की प्रक्रिया को तेज किया जा सके।
हालांकि ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो पर वहां के लोगों के द्वारा देश में कोरोना टीकाकरण में देरी को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। आलोचक यह तक कह रहे हैं कि कोरोना का इतना कहर बरपने के बाद भी देश की सरकार कोरोना टीकाकरण को लेकर सजग नहीं है। जबकि कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत की तरफ ताक रहे ब्राजील ने इसको लेकर ऑर्डर तो दिया था लेकिन अब इसको देश में पहुंचने में देरी हो रही है जिसके बाद ब्राजील के राष्ट्रपति ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इसे जल्दी उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है।
बोल्सोनारो ने अपने खत में लिखा है, ‘बिना भारत के वैक्सिनेशन प्रोग्राम को खतरे में डाले ब्राजील के नैशनल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम को तेजी से लागू करने के लिए 20 लाख खुराकों की सप्लाई की हम उम्मीद करते हैं।’ आपको बता दें कि बोल्सोनारो का कोरोनावायरस अमेरिकी वैक्सीन पर पहले से ही शक है। वह इस वैक्सीन का लगातार विरोध करते रहे हैं। ऐसे में उनके पास भारत की कोरोना वैक्सीन के अलावा और कुछ बचा भी नहीं है। ऐसे में अब बोल्सोनारो को भारत से उम्मीद बढ़ गई है। वहीं भारत की तरफ से ब्राजील को भेजी जानेवाली 20 लाख खुराकों को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है लेकिन चीन की तरफ से मिलनेवाले निर्यात लाइसेंस का इंतजार किया जा रहा है, जहां इसका उत्पादन होता है।