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Iran-Israel War: ईरान-इजरायल जंग में 20 बच्चों समेत दर्जनों की गई जान, ट्रंप और पुतिन बोले- युद्ध रोकने की जरूरत

Iran-Israel War: इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने कहा है कि अभी कुछ नहीं हुआ है और ईरान को काफी कुछ भुगतना होगा। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई ने भी कहा है कि इजरायल को उसके किए की सजा हर हाल में दी जाएगी। इजरायल का आरोप है कि ईरान परमाणु बम बनाने की कोशिश कर रहा है। जिसकी वजह से इजरायल को खतरा है। ईरान हमेशा इस आरोप को गलत बताता रहा है। उसका कहना है कि परमाणु कार्यक्रम ऊर्जा के लिए है।

तेहरान/तेल अवीव। ईरान और इजरायल के बीच जंग तेज हो गई है। ईरान और इजरायल ने शनिवार रात को भी एक-दूसरे पर जोरदार हमला किया। इसमें बच्चों समेत तमाम लोगों की जान गई। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने कहा है कि अभी कुछ नहीं हुआ है और ईरान को काफी कुछ भुगतना होगा। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई ने भी कहा है कि इजरायल को उसके किए की सजा हर हाल में दी जाएगी। वहीं, ईरान और इजरायल में जारी जंग के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने फोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने कहा कि ईरान और इजरायल की ये जंग रुकनी चाहिए।

ईरान ने इजरायल पर शनिवार की रात 50 मिसाइलें दागीं। ईरान की मिसाइलों से उत्तरी इजरायल को निशाना बनाया गया। ईरान के मिसाइल हमलों से इजरायल में 3 लोगों के मारे जाने और 13 के घायल होने की खबर है। वहीं, ईरान पर इजरायल के हमले में 20 बच्चों समेत 80 लोगों ने जान गंवाई। तमाम अन्य लोग घायल हुए हैं। इस तरह अब तक ईरान में दर्जनों लोगों की मौत हुई है और सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं। जबकि ईरान की ओर से शुक्रवार से जारी हमलों के कारण इजरायल में 5 लोगों ने जान गंवाई है और करीब 3 दर्जन लोगों के घायल होने की खबर है। ईरान की न्यूज एजेंसी तस्नीम न्यूज के मुताबिक इजरायल ने तेहरान में रक्षा मंत्रालय को निशाना बनाया। साथ ही तेहरान के उत्तर-पश्चिम में शाहरान तेल डिपो पर भी बम बरसाए।

ईरान की एक मिसाइल इजरायल के इस आवासीय इलाके में गिरने से काफी नुकसान हुआ।

उधर, इजरायल की सेना ने बताया है कि उसने तेहरान में ईरान की परमाणु हथियार परियोजना से जुड़े कई ठिकानों पर बमबारी की। इनमें ईरान का रक्षा मंत्रालय, एसपीएनडी परमाणु परियोजना का मुख्यालय और अन्य जगह शामिल हैं। इजरायल की सेना का कहना है कि ईरान इन जगहों से परमाणु हथियार बनाने की कोशिश में जुटा था। उसने दावा किया है कि जिन जगहों को निशाना बनाया गया, वहां ईरान ने परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी भी रखी थी। ईरान और इजरायल में हो रही जंग को देखते हुए जॉर्डन ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। वहीं, इराक सरकार ने अमेरिका से गुहार लगाई है कि वो इजरायल की वायुसेना को उसके एयरस्पेस का इस्तेमाल करने से रोके। इजरायल इस पर शायद ही राजी हो, क्योंकि इराक के आसमान से ही उसके लड़ाकू विमान और ड्रोन ईरान के ठिकानों तक पहुंच सकते हैं। बता दें कि ईरान और इजरायल के बीच करीब 2000 किलोमीटर की दूरी है।