
वॉशिंगटन। मध्य एशिया में इजरायल और ईरान के बीच बड़ी जंग का खतरा बना हुआ है। इस खतरे की आशंका के बीच अमेरिका ने एक बार फिर ईरान को सीधी चेतावनी दी है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की प्रेस सचिव करीन ज्यां पियरे ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि इजरायल के हमले का ईरान को जवाब नहीं देना चाहिए। पियरे ने कहा कि ईरान को ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर वो ऐसा करता है, तो इजरायल की सुरक्षा के लिए अमेरिका उसका समर्थन करेगा। करीन ज्यां पियरे ने एक बार फिर दोहराया कि ईरान को इजरायल पर पलटवार नहीं करना चाहिए।
Watch: White House Press Secretary Karine Jean-Pierre says, “Iran should not respond to Israel’s retaliation. They should not. If they choose to do so, we will support Israel in defending itself. But Iran should not respond to Israel’s retaliation” pic.twitter.com/VCuBpwHOhw
— IANS (@ians_india) October 30, 2024
ईरान ने हिजबुल्लाह चीफ रहे हसन नसरल्लाह की मौत का बदला लेने के लिए इजरायल पर 1 अक्टूबर की रात 200 से ज्यादा मिसाइलें दागी थीं। इसके जवाब में इजरायल ने 25 अक्टूबर की रात ईरान के तमाम सैन्य ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इजरायल के हमले में ईरान का मिसाइल बनाने वाला प्लांट नष्ट होने की पुष्टि भी सैटेलाइट तस्वीरों में हो चुकी है। ईरान ने जब इजरायल पर 200 से ज्यादा मिसाइल दागे थे, तब पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने कहा था कि इस्लामी देश ने ऐसा करके बड़ी गलती की है और उसे इसका बड़ा खामियाजा भुगतना होगा। वहीं, इजरायल के पलटवार के बाद ईरान ने भी बदला लेने की बात कही है।
मध्य एशिया में 7 अक्टूबर 2023 से ही माहौल गर्माया हुआ है। इस तारीख को हमास के आतंकियों ने इजरायल पर धावा बोला था और 4000 लोगों की जान ली थी। हमास के आतंकी 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गए थे। जिसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू की। इस कार्रवाई के दौरान गाजा के बड़े हिस्से को इजरायल ने बमबारी कर ध्वस्त कर दिया। उसने तेहरान में हमास के सबसे बड़े नेता इस्माइल हनिया की भी बम धमाका कर जान ली। इजरायल अब तक हमास और हिजबुल्लाह के ज्यादातर बड़े नेताओं और कमांडरों की जान ले चुका है। वहीं, ईरान हमास और हिजबुल्लाह की तरफदारी करता है। उसका कहना है कि अलग फिलिस्तीन देश बनना चाहिए।