
वॉशिंगटन। अमरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यभार संभालने के बाद जितनी तेजी से टैरिफ लगाने की शुरुआत की थी, उतनी ही तेजी से उन्होंने अब इसे एक महीने के लिए टाल दिया है। ट्रंप ने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो से बातचीत के बाद पड़ोसी देश से आयात होने वाले सामान पर टैरिफ लगाने का फैसला 30 दिन के लिए टाल दिया। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को मेक्सिको पर टैरिफ लगाने का फैसला टालने का एलान किया था। बताया जा रहा है कि जल्दी ही चीन पर लगाए टैरिफ के मसले पर वहां के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप बातचीत करने वाले हैं। इससे टैरिफ वॉर रुकने की संभावना बनी है।
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने मीडिया को बताया कि उनकी डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत हुई। जिसके बाद ट्रंप ने कनाडा से आयात होने वाली चीजों पर लगाए टैरिफ को टालने का फैसला किया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कहा कि कनाडा ने उनकी ओर से उठाई गई सीमा संबंधी चिंताओं पर ज्यादा सहयोग का वादा किया। ट्रंप ने कहा कि कनाडा ने सीमा सुरक्षा प्रयासों को बढ़ावा देने पर सहमति जाहिर की। इसकी वजह से टैरिफ लगाने का फैसला टाला गया है। वहीं, मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लॉडिया शीनबाम ने कहा है कि उनकी भी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत हुई। जिसके बाद मेक्सिको पर लगाए गए टैरिफ को टालने पर ट्रंप राजी हुए। मेक्सिको की राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका में ड्रग्स की तस्करी को रोकने के लिए वो सीमा पर 10 हजार नेशनल गार्ड तैनात करने जा रही हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों की घुसपैठ और फेंटेनाइल जैसे ड्रग्स से अमेरिका के लोगों को हो रहे नुकसान की बात कही थी। इसी आधार पर उन्होंने कनाडा और मेक्सिको से आयात होने वाले सामान पर 25-25 फीसदी का टैरिफ लगाने का एलान किया था। जबकि, चीन पर ट्रंप ने 10 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। कनाडा और मेक्सिको ने पलटवार में अमेरिका के सामान पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का फैसला किया था। जबकि, चीन ने कहा था कि वो ट्रंप के टैरिफ मसले पर विश्व व्यापार संगठन यानी डब्ल्यूटीओ में शिकायत करेगा।