वॉशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी 2025 से अमेरिका के राष्ट्रपति का पदभार संभालेंगे। इसके बाद वो अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने का काम बड़े पैमाने पर शुरू करने जा रहे हैं। ट्रंप ने एक यूजर के सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए ये बात कही है। डोनाल्ड ट्रंप का इरादा अमेरिका में राष्ट्रीय आपातकाल लगाकर अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने का है। इसके लिए ट्रंप की सरकार सेना का इस्तेमाल भी कर सकती है। डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में अवैध प्रवासियों को निकाल बाहर करने का मुद्दा जोरशोर से उठाया था। अमेरिका की सरकार के आंकड़ों के मुताबिक वहां हर चार में से एक प्रवासी अवैध तरीके से आया है। इनकी गिनती लाखों में है। 2020 से अवैध प्रवासियों की अमेरिका में घुसपैठ भी बढ़ी है।
इस मामले में ट्रंप सरकार में सीमा सुरक्षा प्रमुख बनाए गए टॉम होमन का बयान भी आया है। टॉम होमन ने कहा है कि पहले ट्रंप की सरकार 4.25 लाख अवैध प्रवासियों को उनके देश वापस भेजने का काम करेगी। इन अवैध प्रवासियों का आपराधिक रिकॉर्ड है। इस मुहिम में साथ न देने की बात कहने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी शासित राज्यों से उन्होंने राह से हटने को कहा है। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया था कि डेमोक्रेटिक पार्टी के शासन में अमेरिका में अवैध प्रवासियों को शह और शरण दी जाती रही। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार रहीं मौजूदा उप राष्ट्रपति कमला हैरिस के बारे में ट्रंप ने कहा था कि वो अगर चुनी जाती हैं, तो अवैध प्रवासियों को और शरण मिलेगी और इससे अमेरिका की स्थिति खराब होगी।
डोनाल्ड ट्रंप जब इससे पहले 2016 से 2020 तक अमेरिका के राष्ट्रपति थे, तब उन्होंने अवैध घुसपैठ रोकने के लिए मेक्सिको की सीमा पर बाड़ लगवाई थी। अब ट्रंप के करीबियों का कहना है कि ज्यादातर अवैध घुसपैठ कनाडा के रास्ते हो रही है। ऐसे में उम्मीद है कि कनाडा और अमेरिका की सीमा पर बाड़बंदी का आदेश भी ट्रंप दे सकते हैं। दोनों देशों के बीच खुली सीमा है और लोग आसानी से अमेरिका से कनाडा और वहां से लौटकर ट्रंप के देश आते रहते हैं।