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Russia Attacks Ukraine: प्रतिबंधों से रूस की मुद्रा में बड़ी गिरावट, कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी से महंगाई बढ़ने की आशंका, बेलारूस और चेचेन्या ने दी नई धमकी

ताजा जानकारी के मुताबिक यूरोपीय संघ की ओर से यूक्रेन को नए लड़ाकू विमान भेजे गए हैं। वहीं, बेलारूस ने घोषणा की है कि उसने जनमत संग्रह के बाद संविधान में बदलाव का फैसला किया है। अब बेलारूस अपना गैर परमाणु स्टेटस रद्द कर रहा है।

कीव। यूक्रेन पर रूसी हमले और उसके बाद अमेरिका और यूरोपीय संघ की ओर से रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों का असर दिखने लगा है। अमेरिकी मीडिया संस्थान द वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रूसी मुद्रा रूबल की कीमत 30 फीसदी तक घट गई है। फिलहाल एक अमेरिकी डॉलर में 110 से 120 रूबल मिल रहे हैं। वहीं, यूरोप के सेंट्रल बैंक ने कहा है कि रूस के बरबैंक में शामिल यूरोपीय कंपनियां अब बंद हो सकती हैं। रूस और यूक्रेन की जंग से महंगाई के भी चरम पर पहुंचने की आशंका है, क्योंकि कच्चे तेल की कीमत में 5 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। वहीं, दोनों के बीच जंग और तेज होने के आसार हैं। जबकि, अब बेलारूस और चेचेन्या की स्थानीय सरकार भी अमेरिका और यूरोप के देशों को धमकी देने लगी है।

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ताजा जानकारी के मुताबिक यूरोपीय संघ की ओर से यूक्रेन को नए लड़ाकू विमान भेजे गए हैं। वहीं, बेलारूस ने घोषणा की है कि उसने जनमत संग्रह के बाद संविधान में बदलाव का फैसला किया है। अब बेलारूस अपना गैर परमाणु स्टेटस रद्द कर रहा है। माना जा रहा है कि वहां अब रूस के परमाणु हथियार तैनात करने की कवायद हो सकती है। बेलारूस की सीमा पर ही यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधिमंडल की बातचीत हो रही है। रूस के पुराने सहयोगी देश बेलारूस के इस फैसले के बाद अब उसके खिलाफ भी प्रतिबंध लग सकते हैं।

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उधर, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की ओर से परमाणु बमों और मिसाइलों को आपात स्थिति के लिए तैयार रखने के एलान के बाद उनके एक और सहयोगी चेचेन्या की स्थानीय सरकार के प्रमुख कादीरोव ने कहा है कि वो भी पश्चिमी देशों पर प्रतिबंध लगाने जा रहे हैं। कादीरोव ने कहा कि इस प्रतिबंध के दायरे में ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन के चेचेन्या के बैंक खाते होंगे। साथ ही वो अब ब्रिटेन से चाय का आयात भी नहीं करेंगे। एक और घटनाक्रम में अब स्वीडन, जेचिया और पोलैंड ने रूस की फुटबॉल टीमों के साथ मैच खेलने से इनकार कर दिया है। कुल मिलाकर हालात काफी गंभीर हैं और अगर जरा भी चूक किसी ओर से हुई, तो यूक्रेन-रूस की जंग तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत करा सकते हैं।