newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Israel War On Hamas: गाजा में इंटरनेट-मोबाइल बंद कर टैंकों से इजरायल का हमास पर जमीनी हमला!, संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव को बताया अवैध, प्रतिबंधित फॉस्फोरस बम के इस्तेमाल का आरोप

इजरायल पर 7 अक्टूबर को भीषण आतंकी हमले करने वाले हमास ने दावा किया है कि गाजा में दाखिल हो रहे इजरायली सैनिकों से मोर्चा ले रहा है। हमास ने दावा किया है कि कई जगह इजरायली फौज को उसने पीछे धकेल दिया है। हमास कह रहा है कि वो इजरायल के गाजा पर जमीनी कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देगा।

यरुशलम। इंटरनेट और मोबाइल बंद कर इजरायल ने गाजा पर जमीनी हमला कर दिया है। ये दावा जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने किया है। फिलिस्तीन की मीडिया के मुताबिक गाजा में इजरायली टैंक दाखिल हो रहे हैं। दूसरी तरफ इजरायल पर 7 अक्टूबर को भीषण आतंकी हमले करने वाले हमास ने दावा किया है कि गाजा में दाखिल हो रहे इजरायली सैनिकों से मोर्चा ले रहा है। हमास ने दावा किया है कि कई जगह इजरायली फौज को उसने पीछे धकेल दिया है। हमास कह रहा है कि वो इजरायल के गाजा पर जमीनी कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देगा। हमास के हथियारबंद सहयोगी अल-कासम ब्रिगेड भी रॉकेट दाग रहा है। गाजा में हमास ने जमीन के नीचे 500 किलोमीटर लंबा सुरंगों का जाल बिछा रखा है। ऐसे में सुरंगों के जरिए आतंकी एक से दूसरी जगह जा सकते हैं और इससे इजरायल की सेना को उनसे मुकाबला करने में दिक्कत आ सकती है। इजरायल की सेना किस तरह हमास के इन सुरंगों और बंकरों को तबाह करेगी, इसका पता नहीं चल सका है।

फिलिस्तीन में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कोऑर्डिनेटर लिन हेस्टिंग्स ने दावा किया है कि गाजा में हर तरह से संचार के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। हेस्टिंग्स का कहना है कि बिना संचार, भोजन, पानी और दवा के गाजा में अब मानवीय कामकाज जारी नहीं रह सकता। उन्होंने बताया कि इजरायल के विमान गाजा पर जगह-जगह भारी बमबारी हो रही है। इजरायल पर आरोप लग रहा है कि वो गाजा पर प्रतिबंधित फॉस्फोरस बम भी गिरा रहा है। फॉस्फोरस बम से बड़े इलाके में ऑक्सीजन खत्म हो जाती है और बड़े पैमाने पर लोगों और चीजों का नुकसान होता है। इस बीच, ईरान ने कहा है कि अगर इजरायल इसी तरह नरसंहार जारी रखता है, तो जंग के और मोर्चे खुल सकते हैं। ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि इसी तरह नरसंहार जारी रहा, तो हरसंभव जवाब दिया जाएगा। वहीं, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू के सलाहकार मार्क रेगेव ने कहा कि हम हमास पर दबाव बढ़ा रहे हैं और अब गाजा पहले की तरह नहीं रहेगा। इस बयान से साफ है कि इजरायल की सेना कितने बड़े पैमाने पर गाजा में हमास के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।

इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में शुक्रवार को पारित जॉर्डन के प्रस्ताव को भी मानने से इनकार कर दिया है। इजरायल का कहना है कि जॉर्डन के प्रस्ताव की कोई वैधता नहीं है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में जॉर्डन ये प्रस्ताव लाया था कि गाजा में तुरंत युद्धविराम हो। इस प्रस्ताव के पक्ष में 120 और विपक्ष में 14 वोट पड़े। भारत ने प्रस्ताव पर वोट नहीं दिया, लेकिन चर्चा के दौरान कहा कि आतंकवाद को समूल नष्ट करना जरूरी है। साथ ही भारत ने हिंसा रोकने पर भी जोर दिया है। दूसरी तरफ विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल ट्रेड्रोस अधनम घेब्रेयेसेस ने बताया कि गाजा में वो अपने स्टाफ से संपर्क नहीं कर पा रहे है। जबकि, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने चिंता जताई है कि गाजा में मानवीय प्रणाली खत्म हो रही है और 20 लाख लोग संकट में हैं। गुटेरस ने कहा है कि गाजा के हर व्यक्ति तक भोजन, पानी, दवा और ईंधन जल्दी पहुंचाना जरूरी है। इससे पहले गाजा के लोगों के लिए मिस्र के रफाह बॉर्डर के जरिए जरूरी चीजों के ट्रक भेजे गए थे।