newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

War In Ukraine: आज भारत लौटेगा यूक्रेन में गोली से घायल छात्र, सूमी से अब तक 700 छात्रों का रेस्क्यू नहीं हुआ संभव

भारत के लिए आज यूक्रेन से अच्छी और खराब दोनों तरह की खबर है। अच्छी खबर ये है कि यूक्रेन की राजधानी कीव में गोली से घायल छात्र आज भारत लौट रहा है। उसे मोदी सरकार में मंत्री वीके सिंह लेकर आ रहे हैं। खराब खबर ये है कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के सूमी में अब भी सैकड़ों भारतीय फंसे हुए हैं।

कीव/नई दिल्ली। भारत के लिए आज यूक्रेन से अच्छी और खराब दोनों तरह की खबर है। अच्छी खबर ये है कि यूक्रेन की राजधानी कीव में गोली से घायल छात्र आज भारत लौट रहा है। उसे मोदी सरकार में मंत्री वीके सिंह लेकर आ रहे हैं। हरजोत का पासपोर्ट भी गुम हो गया था, लेकिन सरकार ने उसकी वतन वापसी सुनिश्चित की। खराब खबर ये है कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के सूमी में अब भी सैकड़ों भारतीय फंसे हुए हैं। इनको निकालने की कोशिश की जा रही है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया है कि आज युद्धग्रस्त यूक्रेन के पड़ोसी मुल्कों से 8 उड़ानों में 1500 भारतीयों को लाया जाएगा। अब तक 21000 से अधिक भारतीय यूक्रेन छोड़ चुके हैं। इनमें से 19920 भारत पहुंच चुके हैं।

harjot singh

सूमी से मिली खबरों के मुताबिक वहां लगभग 700 भारतीय छात्र अब भी फंसे हैं। रविवार को भी रूस और यूक्रेन की सेनाओं के बीच यहां जंग होती रही। इस वजह से फंसे हुए छात्रों को निकालने की कोशिश नाकाम रही। हालांकि, रेड क्रॉस के जरिए इन छात्रों को भोजन और पीने का पानी मुहैया कराया जा सका है। सूमी में ज्यादातर छात्र बंकर और कैंपस में हैं। भारत ने इन्हें निकालने के लिए रूस और यूक्रेन की सरकारों से कहा था, लेकिन दोनों ही देशों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इससे इन भारतीयों को निकालने के काम में बाधा आ गई।

kyiv 1

सूमी की मेडिकल यूनिवर्सिटी के करीब 600 छात्रों ने पहले खुद सीमा तक पहुंचने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय दूतावास ने उन्हें ऐसा न करने के लिए कहा था। भारतीय दूतावास ये पता कर रहा है कि और भारतीय किसी अन्य इलाके में तो फंसे नहीं हैं। इसके लिए उसने यूक्रेन में मौजूद सभी भारतीयों से गूगल फॉर्म भरने को कहा है। इससे पहले भारत के दूतावास ने कहा था कि खारकीव के पिसोचिन में शरण लेने वाले 44 भारतीयों को लवीव के रास्ते पोलैंड की सीमा ले जाया गया। वहीं, 150 से ज्यादा भारतीयों के समूह को रोमानिया के रास्ते भारत लाया जा रहा है।