नई दिल्ली। मणिपुर में मानवाधिकार उल्लंघन की अमेरिकी विदेश विभाग की रिपोर्ट पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमेरिका को अल्टीमेटम दिया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि अमेरिका की यह रिपोर्ट बेहद पक्षपातपूर्ण है और भारत की खराब समझ को दर्शाती है। हम इसे कोई महत्व नहीं देते हैं और आपसे भी ऐसा करने का आग्रह करते हैं। अमेरिका की इस रिपोर्ट में मणिपुर में हुई हिंसक घटनाओं के दौरान मानवाधिकारों उल्लंघन का आरोप लगाया गया है।
#WATCH | On the US State Department report on Human Rights, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “This report is deeply biased and reflects a poor understanding of India. We attach no value to it and urge you to do the same.” pic.twitter.com/4XIHgnoswP
— ANI (@ANI) April 25, 2024
ईरान द्वारा जब्त किए गए इजरायली जहाज पर सवार चालक दल के 16 भारतीय सदस्यों के बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का कहना है कि हमने इन 16 लोगों के लिए काउंसलर एक्सेस मांगा था और हमें वह मिल गया है। हमारे अधिकारी उनसे सभी मिले। उनका स्वास्थ्य ठीक है, और वह वहां पर अच्छी तरह से रह रहे हैं और अपने परिवार वालों के संपर्क में भी हैं। जहाज़ पर किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। जहां तक उनको वापस लाने का सवाल है तो उसमें उनके कुछ कांट्रैक्ट आड़े आ रहे हैं जिसका हल जल्द निकाल लिया जाएगा। आपको बता दें कि चालक दल में सवार एक मात्र युवती की भारत ने पहले ही सुरक्षित वतन वापसी करा ली है।
#WATCH | On 16 Indian crew members on board ship seized by Iran, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “One girl who was there has returned. We had asked for consular access for these 16 people and we received that and our officers met them. Their health is good and there is no… pic.twitter.com/tjRJnxalm7
— ANI (@ANI) April 25, 2024
जायसवाल ने आगे बताया कि हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुरक्षा मामलों के लिए जिम्मेदार उच्च पदस्थ अधिकारियों की 12वीं अंतरराष्ट्रीय बैठक में भाग लेने के लिए सेंट पीटर्सबर्ग में हैं और उन्होंने इसके अलावा कई अन्य बैठकें कीं, जिसमें रूस में उनके समकक्ष निकोलाई पेत्रुशेव के साथ बैठक भी शामिल है। उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की है जो द्विपक्षीय एजेंडे का हिस्सा हैं और उन्होंने ब्राजील के सेल्सो अमोरिम सहित कई अन्य बैठकें भी कीं। जहां तक भारतीय नागरिकों के संबंध में सवाल है, हम इन मामलों को विभिन्न स्तरों पर बहुत सक्रियता से उठा रहे हैं, जिसमें रूसी संघ के विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और वहां के कई अन्य संगठन शामिल हैं और हम उन सभी लोगों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो अब तक हमारे संपर्क में आए हैं और रिहा होना चाहते हैं। ऐसे 10 लोग भारत वापस आ गए हैं और वे घर लौट आए हैं रूस की ओर से कहा गया है कि जो अन्य भारतीय वहां हैं, उन्हें भी रिहा कर दिया जाएगा और वे घर लौट आएंगे।
#WATCH | MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “Our National Security Adviser is in St Petersburg to attend the 12th international meeting of high-ranking officials responsible for security matters and on the sidelines, he had several other meetings, including with his… pic.twitter.com/XHEfdUCcc3
— ANI (@ANI) April 25, 2024
खालिस्तानी समर्थक आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हमने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। उच्च स्तरीय समिति कई सूचनाओं पर गौर कर रही है जो अमेरिका द्वारा हमारे साथ साझा की गई थीं। अमेरिका में कोलंबिया और अन्य विश्वविद्यालयों में इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर रणधीर जयसवाल ने कहा कि हमने इस मामले पर रिपोर्ट देखी हैं और संबंधित घटनाओं पर नज़र रख रहे हैं। हर लोकतंत्र में, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, समझ के बीच सही संतुलन होना चाहिए।
#WATCH | On designated terrorist Gurpatwant Singh Pannun, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “We have set up a high-level committee. The high-level committee is looking into several information that was shared by the American side with us because they also equally impact our… pic.twitter.com/5IYpv8HYFL
— ANI (@ANI) April 25, 2024