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Media Briefing of External Affairs Ministry : भारत के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को एक फिर दिया अल्टीमेटम, जानिए क्या है मामला

Media Briefing of External Affairs Ministry : विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ईरान द्वारा जब्त किए गए इजरायली जहाज पर सवार चालक दल के 16 भारतीय सदस्यों की जल्द रिहाई की उम्मीद जताई। खालिस्तानी समर्थक आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के मामले में उच्च स्तरीय समिति के गठन की जानकारी दी।

नई दिल्ली। मणिपुर में मानवाधिकार उल्लंघन की अमेरिकी विदेश विभाग की रिपोर्ट पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमेरिका को अल्टीमेटम दिया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि अमेरिका की यह रिपोर्ट बेहद पक्षपातपूर्ण है और भारत की खराब समझ को दर्शाती है। हम इसे कोई महत्व नहीं देते हैं और आपसे भी ऐसा करने का आग्रह करते हैं। अमेरिका की इस रिपोर्ट में मणिपुर में हुई हिंसक घटनाओं के दौरान मानवाधिकारों उल्लंघन का आरोप लगाया गया है।

ईरान द्वारा जब्त किए गए इजरायली जहाज पर सवार चालक दल के 16 भारतीय सदस्यों के बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का कहना है कि हमने इन 16 लोगों के लिए काउंसलर एक्सेस मांगा था और हमें वह मिल गया है। हमारे अधिकारी उनसे सभी मिले। उनका स्वास्थ्य ठीक है, और वह वहां पर अच्छी तरह से रह रहे हैं और अपने परिवार वालों के संपर्क में भी हैं। जहाज़ पर किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। जहां तक उनको वापस लाने का सवाल है तो उसमें उनके कुछ कांट्रैक्ट आड़े आ रहे हैं जिसका हल जल्द निकाल लिया जाएगा। आपको बता दें कि चालक दल में सवार एक मात्र युवती की भारत ने पहले ही सुरक्षित वतन वापसी करा ली है।

जायसवाल ने आगे बताया कि हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुरक्षा मामलों के लिए जिम्मेदार उच्च पदस्थ अधिकारियों की 12वीं अंतरराष्ट्रीय बैठक में भाग लेने के लिए सेंट पीटर्सबर्ग में हैं और उन्होंने इसके अलावा कई अन्य बैठकें कीं, जिसमें रूस में उनके समकक्ष निकोलाई पेत्रुशेव के साथ बैठक भी शामिल है। उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की है जो द्विपक्षीय एजेंडे का हिस्सा हैं और उन्होंने ब्राजील के सेल्सो अमोरिम सहित कई अन्य बैठकें भी कीं। जहां तक भारतीय नागरिकों के संबंध में सवाल है, हम इन मामलों को विभिन्न स्तरों पर बहुत सक्रियता से उठा रहे हैं, जिसमें रूसी संघ के विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और वहां के कई अन्य संगठन शामिल हैं और हम उन सभी लोगों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो अब तक हमारे संपर्क में आए हैं और रिहा होना चाहते हैं। ऐसे 10 लोग भारत वापस आ गए हैं और वे घर लौट आए हैं रूस की ओर से कहा गया है कि जो अन्य भारतीय वहां हैं, उन्हें भी रिहा कर दिया जाएगा और वे घर लौट आएंगे।

खालिस्तानी समर्थक आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हमने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। उच्च स्तरीय समिति कई सूचनाओं पर गौर कर रही है जो अमेरिका द्वारा हमारे साथ साझा की गई थीं। अमेरिका में कोलंबिया और अन्य विश्वविद्यालयों में इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर रणधीर जयसवाल ने कहा कि हमने इस मामले पर रिपोर्ट देखी हैं और संबंधित घटनाओं पर नज़र रख रहे हैं। हर लोकतंत्र में, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, समझ के बीच सही संतुलन होना चाहिए।