यरुशलम। लेबनान में 17 और 18 सितंबर को हिजबुल्लाह के तमाम पेजर और वॉकी टॉकी में धमाके हुए थे। इन धमाकों में हिजबुल्लाह के 40 सदस्य मारे गए थे। जबकि पेजर और वॉकी टॉकी में धमाकों से 3000 के करीब अन्य घायल हुए थे। इस घटना से हड़कंप मच गया था। उस वक्त सभी ने अंदेशा जताया था कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने पेजर और वॉकी टॉकी में धमाके कराए, लेकिन इजरायल इस मामले में चुप्पी साधे रहा। अब टाइम्स ऑफ इजरायल अखबार ने बताया है कि इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने माना है कि उनके आदेश पर ही हिजबुल्लाह के पेजर और वॉकी टॉकी में धमाके कराए गए।
टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार नेतनयाहू ने कैबिनेट मीटिंग में कहा कि उन्होंने ही पेजर और वॉकी टॉकी में धमाके करने की योजना को हरी झंडी दिखाई थी। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने कैबिनेट की मीटिंग में ये भी कहा कि पेजर वगैरा में धमाके और हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराने के उनके प्लान को रक्षा विभाग के कई अफसरों और राजनीति में जिम्मेदार लोगों के विरोध के बावजूद अंजाम तक पहुंचाया गया। बता दें कि लेबनान में महज 30 मिनट में पेजर में धमाके हुए थे। वहीं, 18 सितंबर को अचानक हिजबुल्लाह के वॉकी टॉकी फटने लगे। इन धमाकों के बाद मीडिया की खबरों में बताया गया था कि हिजबुल्लाह ने इजरायल की एजेंसी मोसाद के प्लान में फंसकर ताइवान की एक कंपनी को पेजर बनाने के लिए कहा था। फिर जानकारी आई थी कि यूरोप के एक देश में ये पेजर बनाए गए और वहां मोसाद के एजेंटों ने घुसपैठ कर सभी में कम मात्रा में लेकिन जोरदार धमाका करने वाला विस्फोटक लगाया।
अब इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू की स्वीकारोक्ति के बाद तय हो गया है कि हिजबुल्लाह के पेजर और वॉकी टॉकी में धमाकों के पीछे इजरायल ही था। लेबनान ने पहले ही इस मामले में संयुक्त राष्ट्र की श्रम संबंधी एजेंसी में इजरायल की शिकायत की है। लेबनान ने अपनी शिकायत में इजरायल पर मानवता के खिलाफ युद्ध छेड़ने और तकनीकी के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया है। वहीं, लेबनान में पेजर और वॉकी टॉकी में धमाकों और हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान ने बदले की कार्रवाई करते हुए इजरायल पर 200 से ज्यादा मिसाइलें दागी थीं। इसके जवाब में इजरायल ने भी 25 अक्टूबर को ईरान पर एयर स्ट्राइक की थी।