मॉस्को। यूक्रेन पर रूस का हमला जारी है और इसे रुकवाने के लिए हर देश का नेता कोशिश कर रहा है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों दो बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बात कर चुके हैं। अब शनिवार को इजरायल के पीएम नफ्ताली बेनेट ने भी रूस पहुंचकर पुतिन से लंबी बात की। इस मुलाकात के बारे में कहा जा रहा है कि बेनेट चाहते हैं कि रूस अपना हमला बंद कर दे। बेनेट अचानक मॉस्को पहुंचे थे। वहां दोनों के बीच ढाई घंटे तक बातचीत हुई। बताया जा रहा है कि इजरायली पीएम ने युद्ध रोकने में मध्यस्थता की पेशकश की। वहीं, यूक्रेन पर रूस का हमला जारी है और यूक्रेन आरोप लगा रहा है कि युद्धविराम तय होने के बाद भी रूस ने दो शहरों पर हमले जारी रखे और इस वजह से लोगों को वहां से निकलने के लिए सेफ कॉरिडोर नहीं बनाया जा सका।
नफ्ताली बेनेट के दफ्तर ने पुतिन से इजरायली पीएम की मुलाकात की पुष्टि के अलावा और कोई जानकारी नहीं दी है। वहीं, रूस की तरफ से भी इस बारे में कोई बात नहीं कही गई। दोनों नेताओं ने इससे पहले फोन पर बातचीत की थी। ये मुलाकात काफी खास मानी जा रही है क्योंकि इजरायल ने पहले रूस के हमले की निंदा भी की थी। पुतिन ने पहले ही कई बार कहा है कि वो यूक्रेन युद्ध तभी रोकेंगे, जब वो रूस की शर्तें मानेगा। पुतिन ने यूक्रेन की सरकार के नव नाजी होने का भी आरोप लगाया है और डोनबास प्रांत में नरसंहार करने का आरोप भी यूक्रेन सरकार पर वो पहले लगा चुके हैं।
उधर, यूक्रेन के अफसरों ने आरोप लगाया कि रूस ने संघर्ष विराम के विपरीत कार्रवाई करते हुए दो शहरों पर बमबारी की, जिससे वहां से लोगों को निकालने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। यूक्रेन के मुताबिक मारियोपोल और वोलनोवाखा में संघर्ष विराम लागू नहीं होने से युद्ध खत्म करने की कोशिश पर पानी फिर रहा है। इसके साथ ही जंग शुरू होने के 10 दिन में करीब 14 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं। वहीं, पुतिन ने यूक्रेन पर लोगों को निकालने के अभियान में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया और कहा यूक्रेन का नेतृत्व देश के स्वतंत्र राष्ट्र के दर्जे पर सवाल उठा रहा है।