टोक्यो। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद काला सागर में दूसरे देशों के जहाजों पर खतरा मंडराने लगा है। ताजा खबर है कि रूस के एक मिसाइल से जापान के कार्गो जहाज पर हमला हुआ। इससे जहाज को बड़ी क्षति हुई है। इससे पहले रोमानिया के एक जहाज पर भी काला सागर में रूसी मिसाइल आकर लगी थी और उससे जहाज को नुकसान हुआ था। बता दें कि रोमानिया नाटो का सदस्य है और जापान भी अमेरिका का पक्का दोस्त है। ऐसे में इन दोनों देशों के जहाजों पर रूसी मिसाइल टकराने की घटना यूक्रेन संकट को और गहरा सकती है।
जापान ने अपने जहाज पर रूस के मिसाइल दागे जाने को गंभीरता से लिया है। जापान की सरकार ने रूस पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब उसके साथी बेलारूस पर भी प्रतिबंध लगाने का विचार शुरू किया है। बेलारूस के रास्ते भी रूस की सेना यूक्रेन में घुस रही है। अब तक अमेरिका या और किसी देश ने बेलारूस पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। बेलारूस ने कहा है कि यूक्रेन पर हमले में उसके जवान शामिल नहीं हैं, लेकिन यूक्रेन पर हमले से पहले बेलारूस की सेना के साथ रूस युद्धाभ्यास कर रहा था। ऐसे में बेलारूस भी चौतरफा घिर रहा है।
उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं। इसके तहत यूक्रेन को आर्थिक और सैन्य सहायता दी जाएगी। बाइडेन के आदेश के मुताबिक यूक्रेन को तुरंत 250 मिलियन डॉलर की व्यापक मदद के अलावा 350 मिलियन डॉलर की सैन्य सहायता अमेरिका दे रहा है। इससे पहले वॉशिंगटन पोस्ट ने खबर दी थी कि अमेरिका ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दीमीर जेलिंस्की को देश से बाहर निकालने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन जेलिंस्की ने अमेरिका से कहा कि वो सैन्य मदद चाहते हैं, अमेरिका में टूरिज्म करने का उनका कोई इरादा नहीं है।