
न्यूयॉर्क। बड़ी खबर अमेरिका से है। भारत की कोशिशें रंग लाई हैं। इन्हीं कोशिशों की वजह से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद UNSC ने लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद के बहनोई अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया है। उसे आईएसआईएस और अल-कायदा प्रतिबंध प्रस्ताव के तहत आतंकी घोषित किया गया है। खास बात ये है कि मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित करने की राह में चीन लगातार रोड़े अटका रहा था। भारत ने पिछले साल जून में अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव दिया था। तब चीन ने इसमें अड़ंगा लगा दिया था। हालांकि, चीन की ये चालबाजी काम नहीं आई।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तरफ से अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के बाद उसकी विदेश और पाकिस्तान में तमाम संपत्ति जब्त करनी होगी। उस पर यात्रा और हथियार संबंधी पाबंदी को भी सख्ती से लागू करना होगा। बता दें कि मक्की को भारत और अमेरिका पहले ही अपने-अपने यहां आतंकी घोषित कर चुके हैं। मक्की पर जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले कराने के लिए युवाओं की भर्ती, धन जुटाने और कट्टरपंथ को बढ़ावा देने का आरोप है। लश्कर-ए-तैयबा में उसे हाफिज सईद ने काफी खास भूमिकाएं दे रखी हैं। अब मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने से हाफिज सईद और लश्कर को बड़ा झटका लग गया है।
पाकिस्तान में भी आतंकवाद निरोधक कानून के तहत कोर्ट ने मक्की को दोषी ठहराया था। उसे जेल की सजा सुनाई गई थी। मक्की पर आतंकवाद के लिए धन जुटाने का आरोप सही पाया गया था। मक्की पर अब पाकिस्तान की सरकार को और कठोर कार्रवाई करनी होगी। वरना उसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नाराजगी का सामना करना होगा। इससे पाकिस्तान के लिए भी काफी बड़ा झटका माना जा रहा है।