नई दिल्ली। बांग्लादेश में जनता को चुनाव के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ेगा। अंतरिम सरकार फिलहाल चुनाव कराने के मूड में नहीं है। बांग्लादेश सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस का कहना है कि देश में आम चुनाव साल 2025 के अंत तक या 2026 की शुरुआत में कराए जाएंगे। मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार बनने के तीन महीने के भीतर देश में चुनाव कराने का वादा किया था। मगर अब उनकी इस बात से यह मायने निकाले जा रहे हैं कि मोहम्मद यूनुस इतनी जल्दी सत्ता छोड़ना नहीं चाहते हैं। वहीं, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना जो तख्ता पलट के बाद से भारत में शरण लिए हुए हैं, ने मोहम्मद यूनुस पर तीखा हमला बोला है।
शेख हसीना ने कहा, राष्ट्र विरोधी समूहों ने असंवैधानिक तरीके से सत्ता पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने मोहम्मद यूनुस को फांसीवादी करार दिया। पूर्व पीएम ने कहा कि अंतरिम सरकार की बांग्लादेश के लोगों के प्रति कोई जवाबदेही नहीं है। इतना ही नहीं सरकार सभी जन कल्याण कार्यों में बाधा डाल रही है। आपको बता दें कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही अल्पसंख्यक हिंदुओं पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। हिंदू धर्मस्थलों को भी निशाना बनाया जा रहा है जबकि मोहम्मद यूनुस ने इस मामले में अभी तक कोई भी कड़ा कदम नहीं उठाया है। वहीं, इस्कॉन के खिलाफ भी बांग्लादेश में आवाज उठ रही है।
हिंदुओं पर हमले के विरोध में रैली निकालने वाले इस्कॉन के संत चिन्मय कृष्ण दास को पुलिस ने राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया है। इन सबको लेकर भारत के साथ बांग्लादेश के संबंधों में भी तल्खी आई है। हाल ही में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री बांग्लादेश दौरे पर गए थे जहां उन्होंने मोहम्मद यूनुस से मुलाकात कर हिंदुओं की सुरक्षा संबंधी भारत की चिंताओं से अवगत कराया था। साथ ही उन्होंने बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन से मुलाकात कर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने का आह्वान किया था।