
टोक्यो। एक तरफ रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। दूसरी तरफ चीन सागर में भी तनाव लगातार बढ़ रहा है। वजह है उत्तर कोरिया। उत्तर कोरिया ने गुरुवार को लगातार दूसरे दिन जापान की तरफ मिसाइलें दागीं। उत्तर कोरिया की तरफ से दागी गई मिसाइलों को रडार पर ट्रैक करने के बाद जापान की सरकार को अपने नागरिकों को शेल्टर में जाने के लिए कहना पड़ा। हालांकि, कोई भी मिसाइल जापान तक नहीं पहुंची। इससे पहले बुधवार को उत्तर कोरिया ने 23 मिसाइलें दागी थीं। इनमें से 10 का रुख जापान की तरफ था। उत्तर कोरिया की इस हिमाकत को देखते हुए जापान के साथी अमेरिका ने ऑस्ट्रेलिया में अपने 4 बी-2 परमाणु बॉम्बर्स तैनात किए हैं।
जापान के जे-अलर्ट इमरजेंसी ब्रॉडकास्ट सिस्टम ने उत्तर कोरिया की तरफ से मिसाइलें दागे जाने की जानकारी दी। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के आदेश पर उनकी सेना ने बुधवार को मिसाइलों की झड़ी समुद्र की तरफ लगा दी थी। इनमें से एक मिसाइल जापान के ऊपर से भी गुजरी थी। जापान में इसी वजह से हड़कंप मचा है। बता दें कि जापान और उत्तर कोरिया में दूसरे विश्व युद्ध के समय से ही तनातनी जारी है। उत्तर कोरिया की तरफ से मिसाइलें दागे जाने के बाद जापान सरकार ने और जानकारी जुटाने और इसके विश्लेषण के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही विमानों, समुद्री जहाजों और अन्य संपत्तियों की सुरक्षा के लिए एयर डिफेंस को चौकन्ना कर दिया गया है। माना जा रहा है कि अमेरिका से कल तक और मिसाइल रोधी सिस्टम जापान पहुंचाए जाएंगे।
उत्तर कोरिया की भड़काऊ कार्रवाई पर जापान के पीएम फुमियो किशिदा ने भी बयान जारी किया है। किशिदा ने कहा है कि जापान की सीमा के ऊपर से उत्तर कोरिया की बैलेस्टिक मिसाइल का गुजरना ऐसा काम है, जो जापान के लोगों के जीवन और संपत्ति को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। किशिदा ने कहा कि उन्होंने आदेश दिए हैं कि उत्तर कोरियाई मिसाइलों से कोई नुकसान होने की जानकारी ली जाए। साथ ही उन्होंने इस भड़काऊ कार्रवाई के लिए कड़ी प्रतिक्रिया होने की भी चेतावनी उत्तर कोरिया को दी है।