नई दिल्ली। पिछले दो-ढाई वर्षों से जिस तरह पूरी दुनिया कोरोना के कहर से जूझ रही है, उससे निजात अभी तक नहीं मिल पाई है। कोरोना बहुत तिस्लमभरा मालूम पड़ रहा है। अपना रंग रूप बदलकर लोगों को अपनी चपेट में लेने पर माहिर है। अब इसी बीच कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट को ही देख लीजिए। लगातार लोगों को अपने कहर का शिकार बना रहा है। दुनिया के हर देश में ओमीक्रोन की दस्तक हो चुकी है। भारत में भी आए दिन इसके मामले में इजाफा हो रहा है। वहीं, इन सबके बीच अमेरिका की स्थिति काफी भयावह बताई जा रही है। वहां के शुरूआत 73 फीसद मामले ही ओमीक्रोन के बताए जा रहे हैं।
सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल ने खुद इसकी जानकारी साझा की है। ओमीक्रोन अब अमेरिका में 6 गुना ज्यादा रफ्तार से बढ़ रहा है। चिकित्सकों पर इसका सीधा दवाब पड़ रहा है। चिकित्सक शैलियां जूझती हुई नजर आ रही है। जिस तरह ओमीक्रोन ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है, उससे अब अन्य देशों को संभल जाने की जरूरत है, ताकि भयावह स्थितियों का सामना न करना पड़े। सीडीसी का अनुमान है कि न्यूयॉर्क शहर में ओमीक्रोन वेरिएंट के शुरूआती दौर में 90 फीसद मामले सामने आए हैं। सीडीसी डायरेक्टर डॉ. रॉशेल वैलेंस्की ने कहा कि इससे हमें हैरान होने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहने की आवश्यकता है, तो स्थितियां दुरूस्त हो सकती हैं।
उधर, ओमीक्रोन से एक शख्स के मौत होने की बात कही जा रही है, लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। वहीं, अमेरिका में बढ़ते ओमीक्रोन के मामले को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रपति जो बाइडन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। कोरोना दिशानिर्देशों का अनुपालन करने के लिए कहा है। साथ ही ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी बात कही गई है, जो नियमों के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने ओमीक्रोन के बढ़ते कहर को ध्यान में रखते हुए लोगों से बूस्टर डोज लगाने के लिए भी कहा है, ताकि स्थितियों को भयावह होने से रोका जा सकें।