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लोगों को कोरोना के साथ जीना सीखना चाहिए : इमरान

नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि लोगों को कोरोनावायरस संक्रमण की चपेट में आने से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाते हुए इसी बीमारी के साथ तब तक जीना सीखना चाहिए, जब तक कि इसका टीका नहीं बन जाता। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, देश पर कोरोना के प्रभाव की समीक्षा …

नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि लोगों को कोरोनावायरस संक्रमण की चपेट में आने से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाते हुए इसी बीमारी के साथ तब तक जीना सीखना चाहिए, जब तक कि इसका टीका नहीं बन जाता। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, देश पर कोरोना के प्रभाव की समीक्षा के लिए आयोजित राष्ट्रीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद टेलीविजन पर प्रसारित एक संबोधन में, खान ने सोमवार को कहा कि देश में मामलों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है और लोगों को देश की स्वास्थ्य प्रणाली पर बोझ को कम करने के लिए सरकार द्वारा गठित मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए।

Imran Khan
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने लॉकडाउन में ढील देने का निर्णय लिया है क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था देश में व्यवसायों को निलंबित करने के कारण और ज्यााद नुकसान नहीं उठा सकती है और सरकार भी अब खुद गरीब मजदूरों और बेरोजगारों को नकद सहायता देने की स्थिति में नहीं है।

Coronavirus Pakistan
प्रधानमंत्री ने कहा, “अगर हम लोगों को लॉकडाउन के तहत रखते हैं, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि लॉकडाउन हटाने पर वायरस फिर से नहीं फैलेगा।” प्रधानमंत्री ने कहा, सरकार ने महामारी के बाद बड़ी मात्रा में सब्सिडी प्रदान की है।

Pakistan corona
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, और इसमें बड़ी संख्या में गरीब लोग हैं और लॉकडाउन लागू करना उन्हें दाल-रोटी से वंचित करने के समान है, इसलिए लोगों को बीमारी से खुद को बचाने के लिए सतर्क रहना चाहिए।