इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के बारे में टीवी न्यूज चैनलों पर लगातार हो रहे खुलासे से वहां की सरकार बौखला गई है। इमरान खान की सरकार के एक मंत्री ने अब टीवी चैनलों को ऐसी खबरें दिखाने से बाज आने के लिए कहा है। सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि कुछ टीवी चैनल इमरान खान के खिलाफ जस्टिस वजीहुद्दीन अहमद के बयानों के आधार पर अनाप-शनाप आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे चैनलों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है। बता दें कि फवाद चौधरी कई बार चैनलों को निपटने की धमकी दे चुके हैं। यहां तक कि पाकिस्तान के मशहूर पत्रकार हामिद मीर को भी फवाद के दबाव के बाद जियो टीवी ने अपने यहां से निकाल दिया था।
इस हफ्ते की शुरुआत में पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज वजीहुद्दीन अहमद ने दावा किया था कि सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ PTI के नेता जहांगीर तरीन हर महीने इमरान खान को 30 लाख रुपए अपना घर चलाने के लिए देते थे। बता दें कि जज वजीहुद्दीन भी पहले इमरान खान की पार्टी में ही थे, हाल में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। उधर, जिन तरीन के नाम पर जज ने इमरान खान पर आरोप लगाया है, उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर जज के बयानों का खंडन किया है। टीवी चैनलों ने जज वजीहुद्दीन के इस इंटरव्यू को जमकर चलाया। इसी वजह से इमरान सरकार बौखला गई।
बता दें कि पाकिस्तान की माली हालत काफी खराब है। पिछले दिनों इमरान खान खुद सऊदी अरब गए थे और वहां की सरकार से कर्ज मांगा था। सऊदी अरब ने पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर का कर्ज दिया तो है, लेकिन इसके ब्याज को 2.9 फीसदी रखा है। साथ ही सऊदी अरब ने ये शर्त भी रखी है कि जब भी वापस मांगा जाएगा, तो पाकिस्तान को तुरंत ये कर्ज वापस करना होगा। पाकिस्तान को उसके करीबी दोस्त चीन ने भी कर्ज देने से इनकार कर दिया है। जिसके बाद पाकिस्तान को अपने पुराने सहयोगी सऊदी अरब और यूएई के दरवाजे पर दस्तक देनी पड़ी है।