इस्लामाबाद। आतंकियों का पनाहगाह बना पाकिस्तान अब रोज का खर्चा चलाने के लिए रकम की तंगी से गुजर रहा है। हालत ये है कि पाकिस्तानी पीएम इमरान खान कटोरा लेकर भीख मांग रहे हैं। हाल ही में उनकी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष IMF से 2.75 बिलियन डॉलर यानी करीब 20 हजार करोड़ रुपए जितनी भारतीय मुद्रा में कर्ज लिया है। पहले का ही कर्ज देखें, तो हर पाकिस्तानी पर करीब 1.75 लाख रुपए का कर्ज है। पाकिस्तान स्टेट बैंक SBP ने आईएमएफ से कर्ज लेने की बात मानी है। पाकिस्तान को इससे पहले 23 अगस्त को 650 बिलियन डॉलर की रकम सामान्य आवंटन राशि के तौर पर मिली थी। इस रकम से पाकिस्तानी विदेशी मुद्रा भंडार में कुछ इजाफा हुआ है।
इस साल जनवरी से मार्च तक पाकिस्तान ने आईएमएफ और विश्व बैंक से करीब 130 अरब रुपए जितना कर्ज लिया है। मार्च में ही आईएमएफ ने पाकिस्तान को 500 मिलियन डॉलर यानी करीब 36 अरब रुपए से ज्यादा का कर्ज दिया था। जून में पाकिस्तान को 1.3 बिलियन डॉलर देने पर विश्व बैंक ने हामी भरी थी।
पिछले साल पाकिस्तानी संसद में इमरान खान सरकार ने माना था कि हर पाकिस्तानी पर करीब पौने दो लाख रुपए का कर्ज है। इसमें सरकार के लिया कर्ज 54 हजार रुपए से ज्यादा है। ये कर्ज की कुल रकम का करीब 46 फीसदी है। पिछले दो साल में पाकिस्तान लगातार कर्ज ले रहा है। जब इमरान खान पीएम बने थे, तो हर पाकिस्तानी पर 1 लाख 20 हजार रुपए का कर्ज था। इमरान खान की सरकार चीन से भी कर्ज लेती रही है। सऊदी अरब और यूएई ने उससे अपने कर्ज वापस मांग लिया था। इमरान सरकार की गुहार पर भी ये दोनों देश नहीं माने थे। जिसके बाद पाकिस्तान ने चीन से पैसा उधार लेकर सऊदी अरब और यूएई का कर्ज चुकाया था।