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Pak Media On India : भारत की तारीफ में कसीदे गढ़ रहा है पाकिस्तानी मीडिया, क्यों बता रहा हिंदुस्तान को दुनिया के लिए जरूरी?

Pak Media On India : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के तहत ये 600 बिलियन से अधिक हो गए हैं और जीडीपी है तीन ट्रिलियन अमरीकी डालर से अधिक का आकार हो गया। यह बहुत बड़ी प्रगति है जो भारत को सभी निवेशकों के लिए एक पसंदीदा जगह बना देती है।

इस्लामाबाद। एक तरफ पकिस्तान आर्थिक कंगाली से जूझ रहा है तो दूसरी तरफ POK में गिलगित बाल्टिस्तान अपनी आजादी की मांग उठाने लगे हैं। कुल मिलाकर पाकिस्तान जिज़ दिनों चारों खाने चित हो गया है। लेकिन ऐसे समय में पाकिस्तानी मीडिया ने भारत के बढ़ते कदम को देखते हुए उसी तारीफ की है, और बताया है कि यह देश दुनिया के लिए कितना जरूरी है। ये बात बेशक आपको थोड़ी अजीब लगे,, लेकिन है सोलह आने सच।

economic crisis in pakistan 1दरअसल,ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारता दबदबा देखते हए पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने पहली बार भारत की तारीफ की है। अखबार ने ये भी कहा कि दुनिया को इस देश के पद चिन्हों पर चलना चाहिए। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून में राजनीतिक, सुरक्षा और रक्षा विश्लेषक शाहजाद चौधरी ने अपनी राय लिखते हुए साफ तौर पर ये बात कही कि, “अगर मैं हेनरी किसिंजर होते तो मैं ‘ऑन इंडिया’ पर एक ग्रंथ लिखता। एक देश और मुख्य रूप से एशिया में और व्यापक रूप से वैश्विक मंच पर एक खिलाड़ी के रूप में भारत के भाग्य में इस तरह का एक बड़ा बदलाव आया है। चौधरी ने जिक्रि किया कि विशेष रूप से, भारत ने पिछले साल दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए ब्रिटे उन्होंने जिक्र किया कि 8 बिलियन अमरीकी डालर का अनुदान पाकिस्तान के लिए एक बड़ी राहत के रूप में आई है, जो विनाशकारी बाढ़ के बाद पुनर्निर्माण में सहायता करने का वादा किया।

pm narendra modiआपको बता दें कि पाकिस्तान में पिछले साल आई विनाशकारी बाढ़ में तकरीबन 1,739 लोग मारे गए थे और 33 मिलियन लोग प्रभावित हुए थे। भारत की अर्थव्यवस्था से की गई पाकिस्ता की तुलना इसके अलावा, चौधरी ने 600 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक का विदेशी मुद्रा भंडार रखने के लिए भारत की प्रशंसा की। उन्होंने भारत से पाकिस्तान की तुलना करते हुए कहा कि भारत के मुकाबले पाकिस्तान को अभी लंबी दूरी तय करनी है। बता दें पाकिस्तान के पास मौजूदा वक्त में केवल 4.5 बिलियन अमरीकी डालर है। चौधरी ने लिखा पाकिस्तान 1971 के बाद से सबसे गंभीर राजनीतिक संकट से गुजर रहा है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और खुद के दिए जख्मों से पाकिस्तान खुद ही तबाह है, इसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नीचे गिर रहा है।

Shahbaz Sharif

गौरतलब है कि वैसे तो पकिस्तान अपना सबसे बड़ा हितैसी चीन को मानता है लेकिन अमेरिका भी जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान की मदद गाहे-बगाहे कर ही देता है। लेकिन पाकिस्तान की मीडिया ने अमेरिका के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन से भारत की तुलना करते हुए कहा, “जीडीपी में इसकी विकास दर चीन के बाद पिछले तीन दशकों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली अर्थव्यवस्थाओं से मेल खाती है।” चौधरी अपने लेख में लिखते हैं, “भारत ने 2004 में 100 बिलियन अमरीकी डालर के भंडार को 1992 में 9.2 से बढ़ा दिया था। मनमोहन सिंह के तहत, भारत ने 2014 में अपने भंडार को 252 बिलियन अमरीकी डालर तक बढ़ा दिया। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के तहत ये 600 बिलियन से अधिक हो गए हैं और जीडीपी है तीन ट्रिलियन अमरीकी डालर से अधिक का आकार हो गया। यह बहुत बड़ी प्रगति है जो भारत को सभी निवेशकों के लिए एक पसंदीदा जगह बना देती है।