नई दिल्ली। आपको तो पता ही होगा कि विगत वर्ष किस तरह से तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पलटते हुए वहां खुद का राज स्थापित किया था। किस तरह वहां के शासन की बागडोर तालिबानी रहनुमाओं ने अपने हाथों में ले ली और वहां के आम बाशिंदों पर अत्याचार करने की सारी हदें पार कर दीं। जिसका कई लोगों ने विरोध किया। जिमसें भारत भी शामिल था। भारत ने तो तालिबान के इस रवैये के खिलाफ जमकर आलोचना की थी, लेकिन आम लोगों पर तालिबानियों द्वारा किए जा रहे अत्याचार से बेखबर पाकिस्तान ने उस वक्त जमकर तालिबानी रहनुमाओं का साथ दिया था। खुलकर तालिबानी के नाम तारीफों के कसीदे पढ़े थे। उधर, तालिबान को लेकर इमरान खान ने भारत के खिलाफ रूख भी अख्तियार कर लिया था। यही नहीं, तालिबानी शासन प्रणाली को इमरान खान ने लोकतांत्रिक तक बता दिया था। अब उनका यह बयान राजनीति को लेकर उनके बचकाने ज्ञान को जगनुमाइश करता हुआ नजर आता है। बहरहाल, अब छोड़िए उन बातों को। ये तो रहीं बीते वर्षों की बातें। अब बात जरा ताजा माजरे की करते।
दरअसल, वर्तमान में तालिबानी राज में अफगानिस्तान में भखमरी जैसे आलम हैं। आम लोगों की जीना दुश्वार हो चुका है। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए। कल तक पूरी दुनिया को आंख दिखाने वाला तालिबान आज पूरे विश्व से मदद की गुहार लगा रहा है। अब मुश्किल की इस घड़ी में कई देश उसकी मदद करने के लिए आगे आए हैं। इसी कड़ी में बीते दिनों हिंदुस्तान से लेकर पाकिस्तान तक ने तालिबानी राज में सभी लोगों को खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित कराने हेतु गेहूं भेजे थे। लेकिन शायद आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भारत और पाकिस्तान के गेहूं के जायका चखने के बाद जहां तालिबानी नेताओं ने अच्छी गुणवत्ता की गेहूं के लिए भारत के नाम तारीफों के कसीदे पढ़े हैं, तो वहीं पाकिस्तान द्वारा खराब गेहूं भेजे जाने की वजह से तालिबानी नेताओं ने पाकिस्तान को जमकर खरी-खोटी सुनाई। जरा ध्यान रखिएगा कि यह पाकिस्तान जो कल तक तालिबान के पक्ष में अपना झंडा बुलंद करने की बात कहता था, लेकिन आज जिस तरह से तालिबानी नेताओं ने पाकिस्तानी सियासी सूरमाओं की क्लास लगाई है, उसे आप भलीभांति समझ सकते हैं।
Wheat donated by #Pakistan is not edible . #Taliban Official pic.twitter.com/Enpgrco2Ew
— Abdulhaq Omeri (@AbdulhaqOmeri) March 4, 2022
ध्यान रहे कि पाकिस्तान द्वारा भेजे गए गेहूं के बारे में तालिबानी नेताओं ने कहा कि यह खाने के योग्य नहीं है। इसे खाया नहीं जा सकता है। वहीं, हिंदुस्तान द्वारा भेजे गए गेहूं की जमकर तारीफ की है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर आपके संज्ञान में यह पूरा माजरा कैसे आया तो आपको बताते चलें कि एक अफगानी पत्रकार ने इस पूरे माजरे को वीडियो में कैद कर सोशल मीडिया के जरिए लोगों बीच साझा कर पाकिस्तान के नकाबपोश चेहरे को बेनकाब किया है। बता दें कि वर्तमान में बेशुमार दुश्वारियों से जूझ रहे अफगानिस्तान की मदद के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय भी हर संभंव कोशिश कर रहा है। अब यह कहने में शायद किसी को भी कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कल तक ऊंची- ऊंची दहाड़ने वाले तालिबानी नेताओं की सारी हेकड़ी बाहर निकल चुकी है।