नई दिल्ली। पूरी दुनिया की नजरें इन दिनों समरकंद शहर में आयोजित वाली शंघाई शिखर सम्मेलन (SCO Summit) पर टिकी हुई है, क्योंकि SCO बैठक में होने वाले हर फैसले का वर्ल्ड डिप्लोमेसी पर जबरदस्त असर पड़ेगा। इस डिप्लोमेसी में अगर किसी राष्ट्राध्यक्ष पर पूरी दुनिया की नजर लगी हुई है। तो वो है भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर। बता दें कि पीएम मोदी अब से कुछ घंटे के बाद समरकंद की धरती पर कदम रखने वाले हैं। पीएम मोदी का ये दौरा 24 घंटे से भी कम समय का होगा। पीएम मोदी गुरुवार को करीब साढे 9 बजे तक भारतीय समयानुसार समरकंद पहुंचेंगे। इसी बीच समरकंद रवाना होने से पहले पीएम मोदी का बयान सामने आया है। SCO में जाने से पहले पीएम मोदी ने अपने बयान में कहा कि, व्यापार, अर्थव्यवस्था समेत कई मुद्दों पर बातचीत होगी। हालांकि अपने बयान में उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने का जिक्र नहीं किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि, उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति के बुलावे पर समरकंद जा रहा हूं। एससीओ में क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर बात होगी। एससीओ विस्तार और इस संगठन के उपयोगी बनाने पर भी चर्चा होगी। उज्बेकिस्तान की अध्यक्षता में हो रहे इस सम्मेलन में व्यापार, अर्थव्यवस्था, संस्कृति और पर्यटन से जुड़े मुद्दों पर आपसी सहयोग बढ़ने की उम्मीद है। मैं उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव से मिलने को लेकर भी उत्साहित हूं।
PM Modi to exchange views on topical, regional and international issues at SCO Summit
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— ANI Digital (@ani_digital) September 15, 2022
खास बात ये है कि चीनी राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी SCO में मंच साझा जरूर करेंगे। लेकिन दोनों देशों के नेताओं के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं होगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तानी पीएम शाहबाद शरीफ से भी मुलाकात नहीं करेंगे। हालांकि पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति पुतिन से भेंट करेंगे।