नई दिल्ली। रूस लगातार यूक्रेन पर हमले बोला रहा है और हमले से यूक्रेन में तबाही और दहशत का माहौल है। हर कोई डरा हुआ है। रूस यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस कब्जा जमाने की तैयार कर चुका है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन में ‘सैन्य अभियानों’ की घोषणा के बाद गोलाबारी लड़ाई के दूसरे दिन शुरू हुई। इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा था कि अब तक 10 सैन्य अधिकारियों सहित 137 लोग मारे गए हैं और 316 लोग घायल हुए हैं। यूक्रेन और रूस का ये युद्ध भारत और पाकिस्तान दोनों को प्रभावित कर रहा है। जहां यूक्रेन में फंसे पाकिस्तानी छात्र मदद की गुहार लगा रहे हैं लेकिन पाकिस्तान सरकार कुछ भी करने को तैयार नहीं है।
यूक्रेन में फंसे पाकिस्तानी छात्रों ने मांगी मदद
पाकिस्तान के एक चैनल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें यूक्रेन में हो रहे हमलों को दिखाया जा रहा है। पाकिस्तान में फंसे छात्र इमरान सरकार से मदद की अपील कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि पाकिस्तान एंबेसी ने कहा गया है हम सभी लोग एक दूसरे शहर की तरफ शिफ्ट हो जाए लेकिन शिफ्ट होने के लिए कोई ट्रांसपोटेशन का इंतजाम नहीं किया गया है। हम वहां जाए भी तो कैसे। छात्रों ने कहा कि हमें जल्द से जल्द बाहर निकाला जाए। यहां हालात बेहद खराब हैं।
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यूक्रेन पर हुआ रॉकेट हमला
मामले पर ताजा जानकारी देते हुए यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कीव पर रॉकेट हमलों की तुलना 1941 में नाजी जर्मनी के हमले से की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि कीव पर भीषण रूसी रॉकेट हमला। पिछली बार हमारी राजधानी ने ऐसा कुछ अनुभव किया था जब 1941 में नाजी जर्मनी ने उस पर हमला किया था। यूक्रेन ने उस बुराई को हराया और उसे हराएगा। पुतिन बंद करो। रूस को अलग करें, रूस को हर जगह से बाहर निकालो। वहीं यूक्रेन के आंतरिक मंत्री के एक सलाहकार ने दावा भी किया था कि शुक्रवार का दिन हमारे लिए बहुत कठिन हो सकता है। क्योंकि रूस कीव पर टैंक हमले कर सकता है।