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Russia-Ukraine War: पुतिन का यूक्रेन के खिलाफ ‘ऐलान-ए-जंग’ पड़ा भारी, अपने ही लोगों ने बताया ‘हिटलर’

Russia-Ukraine War: पुतिन के हमले की घोषणा के तुरंत बाद ही कई रूसी एक्टिविस्ट सक्रिय हो गए।  सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने लोगों से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया। आह्वान के बाद हजारों में संख्या में उमड़ी भीड़ ने पुतिन के खिलाफ ‘नो टू वॉर’ के नारे लगाए।

नई दिल्ली। नई दिल्ली। यूक्रेन पर हमले (Russia-Ukraine War) का ऐलान कर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पूरी तरह घिर चुके हैं। अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम के अलावा यूरोप के कई देशों में भी लोग सड़कों पर उतर आए हैं। रूस की राजधानी मॉस्को सहित 51 शहरों में पुतिन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। रूसी नागरिक गुरुवार से ही यूक्रेन पर हमले के खिलाफ उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। रूस में आक्रोशित भीड़ को नियंत्रित करने पुलिस बल जुटा हुआ है। अब तक करीब 1700 रूसी लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। जैसे ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान किया था, वैसे ही रूस में सोशल मीडिया पर इसका विरोध भी शुरू हो गया।

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बुधवार को 51 शहरों में 1400 से ज्यादा लोगों को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है। वहीं, मॉस्को में 700 और दूसरे सबसे बड़े शहर सेंट पीटर्सबर्ग में 340 लोगों को हिरासत में लिया गया।


पुतिन के हमले की घोषणा के तुरंत बाद ही कई रूसी एक्टिविस्ट सक्रिय हो गए।  सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने लोगों से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया। आह्वान के बाद हजारों में संख्या में उमड़ी भीड़ ने पुतिन के खिलाफ ‘नो टू वॉर’ के नारे लगाए।


रूसी दूतावास के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने युद्ध की निंदा करते हुए नारे लगाए। इसके अलावा जर्मनी, फ्रांस, हंगरी, स्पे न, जॉर्जिया समेत कई देशों में भी रूस के खिलाफ प्रदर्शन देखने को मिला।


जॉर्जिया की संसद के बाहर प्रदर्शनकारियों ने ‘मैं रूसी हूं, उसके लिए माफी चाहता हूं’ के पोस्टर से विरोध दर्ज कराया। बता दें कि, यूक्रेन पर हमले को रोकने के लिए रूसी नागरिक राष्ट्रपति को ओपन लेटर लिख रहे हैं, साथ ही ऑनलाइन पिटीशन पर भी साइन कर रहे हैं।