
नई दिल्ली। पाकिस्तान में बाइक सवार अज्ञात बंदूकधारियों ने लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर मौलाना काशिफ अली की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि काशिफ अली मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद का रिश्तेदार भी था। खैबर पख्तूनवा के स्वाबी जिले में अज्ञात लोगों ने काशिफ अली पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं जिसमें उसकी मौत हो गई। उधर काशिफ के मारे जाने के बाद लश्कर समेत विभिन्न आतंकवादी संगठनों ने पाकिस्तान सरकार से मांग की है वो जल्द से जल्द काशिफ के हत्यारों को पता लगाए और उनको सजा दे। आतंकी संगठन पाकिस्तान सरकार, खुफिया एजेंसी और सैन्य अधिकारियों से नाराज हैं।
Unknown gunmen strikes in Khyber Pakhtunkhwa!
Senior Lashkar-e-Taiba/PMML leader and brother-in-law of India’s most wanted terrorist Hafiz Saeed, Maulana Kashif Ali, was shot dead by unknown gunmen in Swabi, Pakistan.
Lashkar-e-Taiba demands Pakistan to arrest the assailants. pic.twitter.com/aI1yJYuCJf
— Karan Vijay Sharma (@ikaransharma27) February 17, 2025
काशिफ के मारे जाने के बाद आतंकियों में दशहत का महौल भी है। पिछले एक महीने में यह चौथी घटना है जब लश्कर-ए-तैयबा आतंकी की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई हो। इससे पहले दो आतंकियों की मौत सड़क दुर्घटना में हुई थी। आतंकियों का ऐसा मानना है कि कोई है जो एक खास रणनीति बनाकर आतंकियों का सफाया करने में लगा है। इसी बात को लेकर पाकिस्तान सरकार के खुफिया विभाग से भी आतंकी संगठनों ने नाराजगी जाहिर की है। सोशल मीडिया पर भी काशिफ के समर्थन में खुलकर पोस्ट की जा रही हैं।
आतंकी काशिफ अली लश्कर में बहुत ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाता था। युवाओं को भड़काकर उनको आतंकी संगठन में भर्ती कराना काशिफ का मेन काम था। काशिफ कई मस्जिदों और मदरसों का इंचार्ज भी था। इन मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों और मस्जिद में आने वाले युवाओं का ब्रेनवॉश करके वो उनको आतंकवादी बनाता था। इसके अलावा लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद समेत विभिन्न आतंकी संगठनों के शिविरों में जाकर काशिफ वहां जिहाद के नाम पर लोगों को लेक्चर देकर बरगलाता था और उनके मन में जहर भरता था। इसके अलावा काशिफ अली आतंकवादी संगठन लश्कर के राजनीतिक संगठन पीएमएमएल का भी सदस्य था।