वॉशिंगटन/पेरिस। अमेरिका और यूरोप में कोरोना का कहर जारी है। अमेरिका में हर दिन औसतन 7 लाख कोरोना केस मिल रहे हैं। शनिवार को अमेरिका में 8.49 लाख मरीज मिले। हर तरफ मरीज हैं और इनमें सरकारी कर्मचारी भी हैं। इससे दफ्तरों में भी सन्नाटा पसर गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में कोरोना से सरकारी ढांचे पर असर पड़ा है। इनमें पुलिस और फायर ब्रिगेड के अलावा बस सेवाएं भी हैं। यहां ओमिक्रॉन वैरिएंट के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में 1.23 लाख मरीज भर्ती हैं। पिछले साल अमेरिका के अस्पतालों में 1.32 लाख मरीज भर्ती हुए थे। हालात इतने विषम हैं कि अस्पतालों में मरीजों का आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले और ज्यादा हो सकता है।
यूरोप में भी कोरोना हाहाकार मचा रहा है। खासकर फ्रांस, ब्रिटेन और इटली में हालात काफी गंभीर हैं। फ्रांस में शनिवार को 303669 कोरोना मरीज मिले। वहीं ब्रिटेन में 146390 केस मिले हैं। ब्रिटेन में 313 और मरीजों की मौत हुई है। इससे मरने वालों का आंकड़ा 150057 तक जा पहुंचा है। ब्रिटेन में एक हफ्ते में ही 12 लाख से ज्यादा नए मरीज मिले हैं। यूरोप के एक और अहम देश इटली में शनिवार को 197552 नए कोरोना मरीज मिले और 184 की जान गई। इससे पहले शुक्रवार को यहां 108304 मरीज मिले थे और 223 लोगों ने जान गंवाई थी।
स्पेन, बेल्जियम और पुर्तगाल में भी कहानी कुछ अलग नहीं है। इन तीनों देशों में भी कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। स्पेन में अब 90000 से ज्यादा केस आए हैं। इससे कुल मरीजों की संख्या 70 लाख को पार कर गई है। स्पेन मे कोरोना महामारी की शुरुआत से अब तक 90 हजार लोग जान गंवा चुके हैं। पुर्तगाल और बेल्जियम में भी हर रोज हजारों बीमार पड़ रहे हैं। यहां की सरकारों ने तमाम प्रतिबंध लगाए थे, लेकिन कोरोना फिर लौट आया है।