नई दिल्ली। पिछले साल 25 मई को अमेरिका से एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ था जिसमें अमेरिकी अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड एक पुलिस अफसर की बेरहमी का शिकार हुए थे और उनकी मौत हो गई थी। वायरल वीडियो में देखा गया था कि, जॉर्ज फ्लॉयड के गले पर पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन ने बड़ी निर्ममता से पैर रखा था। पैर इतनी जोर से रखा था कि, जॉर्ज फ्लॉयड की मौत हो गई। इस मामले में अब वाशिंगटन की हेनेपिन काउंटी कोर्ट की ज्यूरी ने डेरेक चाउविन को दोषी मान लिया है। हालांकि डेरेक चाउविन की सजा लेकर अभी फैसला नहीं आया है। इस मामले में डेरेक चाउविन को गैर-इरादतन हत्या, हत्या और निर्मम हत्या का दोषी माना गया है। मामले की सुनवाई सात महिलाओं और पांच पुरुषों की ज्यूरी ने दो दिन से कम समय अपना पूरा किया। पूरे मामले की सुनवाई करीब 3 हफ्ते तक चली।
पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन को ज्यूरी ने सर्वसम्मति से तीनों आरोपों में दोषी पाया है। उसे कई सालों की सजा हो सकती है। हालांकि, अभी सजा पर बहस होना बाकी है। डेरेक चाउविन को जिन तीन आरोपों में दोषी पाया गया है, उसमें दूसरे दर्जे की गैर-इरादतन हत्या, तीसरे दर्जे की हत्या और दूसरे दर्जे की निर्मम हत्या है। बता दें कि दूसरे दर्जे की गैर-इरादतन हत्या में अधिकतम 40 साल की सजा, तीसरे दर्जे की हत्या में 25 साल की सजा और दूसरे दर्जे की निर्मम हत्या में 10 साल की सजा या 20 हजार डॉलर जुर्माने का प्रावधान है।
“I can’t breathe.”
Those were George Floyd’s last words.
We cannot let them die with him. We have to keep hearing them.
We must not turn away. We cannot turn away.
— President Biden (@POTUS) April 20, 2021
वहीं इस फैसले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने स्वागत करते हुए ट्वीट में कहा, ‘यह फैसला जॉर्ज को वापस तो नहीं ला सकता, लेकिन इससे हमें पता चलेगा कि हम आगे क्या कर सकते हैं, उसके आखिरी शब्द थे- I can’t breathe (मैं सांस नहीं ले सकता) हम इन शब्दों को मरने नहीं दे सकते, हमें इन्हें सुनना होगा, हम इससे भाग नहीं सकते।’