नई दिल्ली। वास्तु शास्त्र एक ऐसा ज्ञान है, जिसके नियमों पर चल कर हम अपने घर में सुख-शांति, धन-धान्य में वृद्धि कर सकते हैं। जिन घरों की साज-सज्जा वास्तु शास्त्र के अनुरूप होती है, वहां हमेशा ही सकारात्मक ऊर्जा का वास रहता है। कहा जाता है, कि घर में वास्तु के अनुसार अलग-अलग दिशाओं में रखी जाने वाली चीजें अपने आकार और स्वभाव की वजह से एक प्रकार की ऊर्जा पैदा करती हैं, जिसका प्रभाव हमारे जीवन पर नकारात्मक या सकारात्मक रूप से पड़ता है। वास्तु शास्त्र में कुछ नियम बनाए गए हैं जिसका पालन कर हम अपने जीवन से नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकते हैं। आज हम कुछ ऐसे कार्यों के बारे में बताने जा रहे हैं, वास्तु शास्त्र के अनुसार जिसे सुबह-सुबह करना एकदम वर्जित माना गया है।
परछाई
वास्तु के अनुसार सुबह उठते ही किसी व्यक्ति को किसी की भी परछाई नहीं देखनी चाहिए। इससे जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यहां तक सुबह-सुबह स्वयं की परछाई देखना भी शुभ नहीं माना जाता। इससे जीवन में मानसिक तनाव के साथ-साथ नकारात्मकता भी बढ़ती है। घर में कलह शुरू हो जाता है। इसके अलावा ध्यान रहे, सुबह उठते ही किसी जंगली जानवर की तस्वीर पर आपकी नजर नहीं पड़नी चाहिए। वास्तु शास्त्र में इसे देखना भी नकारात्मक माना गया है।
जूठे बर्तन
वास्तु शास्त्र के अनुसार सुबह-सुबह जूठे बर्तन देखना अशुभ होता है, इसलिए किचन में ज्यादा देर तक जूठे बर्तन नहीं रखना चाहिए। सुबह-सुबह जूठे बर्तन देखने से नकारात्मक ऊर्जा हावी हो जाती है और बनते काम भी बिगड़ जाते हैं, जिसकी वजह से उस व्यक्ति का पूरा दिन खराब जाता है। वैसे भी मान्यता है, कि किचन में रात भर जूठे बर्तन छोड़ने से दरिद्रता आती है।
आईना
वास्तु शास्त्र के अनुसार सुबह उठते ही आइना नहीं देखना चाहिए। इससे जीवन में नकारात्मकता और परेशानियां आती हैं। इसी कारण वास्तु शास्त्र में शयन कक्ष में आईना लगाना वर्जित है।