नई दिल्ली। हिंदू धर्म में भगवान गणेश का अलग और खास महत्व है। उनका जन्म उत्सव काफी धूमधाम से मनाया जाता है। उनके जन्मदिवस को गणेश चतुर्थी के रूप में जाना जाता है। इस दिन भगवान गणेश की धूम-धाम से पूजा की जाती है। लोग घर में उनकी स्थापना करते हैं और श्रद्धा अनुसार की उनकी पूजा-पाठ करते हैं। गणपति भगवान को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य का देवता माना जाता है। अंग्रेजी कैलेण्डर के अनुसार गणेश चतुर्थी का दिन अगस्त या सितंबर के महीने में आता है। इस बार गणेश चतुर्थी 10 सितंबर को मनाई जाएगी। ये उत्सव 10 सितंबर से लेकर 19 सितंबर तक मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी के पहले दिन बप्पा की घर में स्थापना की जाती है, जो पूरे 10 दिनों तक घर में रखी जाती है। इसके बाद आखिरी यानी दसवें दिन गणेश विसर्जन किया जाता है। आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसी चीजें जिन्हें आपको गणेश जी की पूजा के दौरान करने से बचना चाहिए।
पूजा को लेकर कभी न करें ये गलतियां
- घर के मंदिर में भगवान गणेश जी की मूर्ति स्थापित की हो तो वहां तब तक गणपति की दूसरी प्रतिमा न रखें, जब तक कि पहली मूर्ति को विसर्जन न कर दें।
- गणेश जी की मूर्ति को मंदिर में इस तरह रखें कि कहीं से भी उनकी पीठ न दिखे, कहा जाता है कि भगवान गणेश की पीठ देखने से घर में गरीबी आ जाती है।
- घर में बायीं ओर की सूंढ वाली गणेश प्रतिमा ही रखें, यह बहुत शुभ मानी जाती है।
- याद रखें कि भगवान गणेश जी को कभी भी तुलसी न चढ़ाएं, क्योंकि ऐसा करने से आपको बड़ा नुकसान हो सकता है। उन्हें हमेशा दूब चढ़ाई जाती है।
- गणेश जी की पूजा में लाल रंग का इस्तेमाल जरूर करें, लेकिन भूलकर कभी भी काले रंग का इस्तेमाल ना करें। और ना ही पूजा करते समय काले वस्त्र पहनें।
- पूजा में बप्पा की पुरानी, टूटी हुई मूर्ति का इस्तेमाल न करें। इन पूरानी और टूटी हुई मूर्तियों को विसर्जित कर देना चाहिए।
- इस बात का भी ख्याल रखें कि घर में गणेश भगवान की दो मूर्तियां भी नहीं रखी जानी चाहिए।
- भगवान गणेश की मूर्ति के पास अंधेरा हो तो उस वक्त उनके दर्शन नहीं करने चाहिए। अंधेरे में भगवान की मूर्ति के दर्शन करना अशुभ माना जाता है।