नई दिल्ली। वैसे तो हिन्दू धर्म ही अनेक त्योहारों और व्रतों से भरा हुआ है लेकिन जब बात होली की आती है तो ये सारे त्योहारों में सबसे अलग है। बुराई पर अच्छाई की जीत का ये त्योहार न सिर्फ लोगों के चेहरों पर खुशी लेकर आता है बल्कि सालों से चली आ रही दुश्मनी को भूलकर भी लोग इन दिन साथ में होली खेलते हैं। एक तरह से देखा जाए तो न सिर्फ हिन्दू धर्म से जुड़े बल्कि दूसरे धर्मों के लोग भी गिले-शिकवे भुलाकर लोग इस पर्व को साथ में काफी धूम-धाम के साथ मनाते हैं। घरों में इस दिन बच्चे जहां रंगों से भरी पिचकारी लेकर एक दूसरे पर रंग फेंकते हुए दिखाई देते हैं। तो वहीं, महिलाएं नए-नए पकवानों से माहौल को और भी मनमोहक बना देती हैं।
होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है। इसे छोटी भी कहा जाता है। होलिका दहन को काफी शुभ माना जाता है। इस अग्नि की राख लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होती है। होलिका दहन के दिन आपको कई बातों का भी ख्याल रखना चाहिए। इस दिन की गई एक छोटी सी गलती आपके लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है तो चलिए आपको बताते हैं होलिका दहन वाले दिन आपको क्या करना है और क्या नहीं करना है…
होलिका दहन के दिन इन बातों का रखें ख्याल
- होलिका दहन की पूजा हमेशा मुहूर्त में ही करनी चाहिए। गलत मुहूर्त में तो भूलकर भी पूजा न करें।
- पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है ऐसे में इस दिन व्रत रखना भी शुभ होता है।
- घर में शांति और समृद्धि के लिए होलिका दहन के दिन उत्तर दिशा में घी का दीया जलाएं।
- होलिका की पूजा में सरसों, चीनी, अक्षत, तिल, 11 सूखे गोबर के उपले, गेहूं के दाने और गेहूं की बाली जरूर चढ़ाएं।
- इसके बाद होलिका की 7 बार परिक्रमा करते हुए जल चढ़ाएं।
होलिका दहन के दिन भूलकर भी न करें ये काम
- होलिका दहन के दिन किसी को भी चाहे वो आपके लिए कितना ही खास क्यों न हो उसे उधार न दें।
- होलिका दहन की पूजा में पीले और सफेद इन दो रंग के वस्त्रों को पहनने से बचें।
- होलिका दहन की पूजा करते समय इस बात का भी ख्याल रखें कि पूजा के वक्त आपके बाल बंधे हुए हों।
- होलिका दहन की रात में सड़क पर कितनी ही किमती चीज आपको पड़ी हुई क्यों न मिल जाए लेकिन उसे न उठाएं। ऐसी चीजों में टोटके का डर रहता है ऐसे में इन्हें छूने से बचें।
- जिन लोगों की शादी अभी हुई है उन लोगों को होलिका दहन नहीं देखना चाहिए।