नई दिल्ली।चैत्र नवरात्रि में माता रानी के नौ रूपों की पूजा का विधान है। इन नौ दिन सिर्फ और सिर्फ मां भगवती की पूजा होती है। कोई मीठे फल से, कोई मिठाई से या कोई ड्राई फ्रूट्स से माता रानी को भोग लगाता है। सबका पूजा करने का तरीका अलग होता है लेकिन एक चीज जो सभी करते हैं, वो है जौ उगाना। नवरात्रि में जौ उगाने का विधान है। इसे मिट्टी के पात्र में पूजन के साथ लगाया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि जौ किस चीज का संकेत देता है और इसका उगला कितना शुभ होता है।
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1. जौ बोना नवरात्रि में शुभ माना जाता है और इसका तेजी से बढ़ना और शुभ माना जाता है। इसकी तेजी को घर और परिवार की सुख और समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है। माना जाता है कि जौ जितनी तेजी से बढ़ती है, उतना ही उस घर में खुशहाली आती है।
2. जौ एक साबुत अन्न है। जिस घर में जौ तेजी से बढ़ता है, उस घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती है क्योंकि खुद मां भगवती को अन्नपूर्णा का स्वरुप माना जाता है। उस घर का अनाज घर हमेशा भरा रहता है।
3. जौ तीन दिन में ही अंकुरित हो जाता है लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो समझ लीजिए कि घर में कड़ी मेहनत के बाद ही चीजें ठीक होगी और देरी से मिलेंगी। किसी भी चीज को पाने के लिए बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ेगा।
4. वहीं जौ का आधा रंग अगर पीला और आधा हरा होता है तो ये संकेत देता है कि उस घर का आधा साल बहुत अच्छा और आधा साल औसत या परेशानियों से भरा होगा।
5. जौ अगर सफेद और हरे रंग का उगता है तो इसे बहुत ही शुभ माना जाता है। ये संकेत देता है कि जातक का पूरा साल अच्छा बीतने वाला है।