नई दिल्ली। चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) आज से शुरू हो गए हैं। इस बार माता रानी घोड़े पर सवार होकर आई हैं। हिंदू धर्म में ये पर्व धूम-धाम से मनाया जाता है। नौ दिन के इस महापर्व में कई शुभ योग बन रहे हैं। बता दें कि नवरात्रि में मां दुर्गा (Godess Durga) के 9 रूपों को पूजा जाता है। इस साल चैत्र नवरात्रि कोरोना महामारी के बीच शुरू हुए हैं। ऐसे में अगर आप इस महामारी काल में मां दुर्गा के इन मंत्रों के जाप करेंगे तो आपको आरोग्य मिलेगा।
मां दुर्गा के शक्तिशाली मंत्र
ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।
इसका अर्थ है- जयंती, मंगला, काली, भद्रकाली, कपालिनी, दुर्गा, क्षमा, शिवा धात्री और स्वधा- इन नामों से प्रसिद्ध जगदंबे। आपको मेरा नमस्कार है।
दुर्गा सप्तशती का ये मंत्र बहुत ही कल्याणकारी माना गया है। इस मंत्र के नियमित जप से महामारी से लड़ने का बल प्राप्त होता है। सप्तशती में बताया गया है कि इस मंत्र के जप से महामारी का प्रकोप दूर होता है। वैज्ञानिक तथ्य जो भी हो धार्मिक दृष्टि से इस मंत्र का बड़ा ही महत्व है। जंयती बांधते हुए भी इस मंत्र को बोला जाता है।
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा, रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां, त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति।।
नवरात्रि पर अपने और परिवार के स्वास्थ्य के लिए इस मंत्र का जप कर सकते हैं। इस मंत्र के बारे में सप्तशती में बताया गया है कि इसका नियमित जप किया जाए तो साधक का स्वास्थ्य अनुकूल रहता है। यह मंत्रों रोगों से रक्षा करता है और बल की वृद्धि करके साधक की मनोकामना पूर्ण करने में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है। साधक को इस मंत्र का नियमित कम से कम 5 माला जप करना चाहिए।