नई दिल्ली। मार्गशीर्ष माह (Margashirsha month) 1 दिसंबर से शुरु हो गया है। ये हिंदू पंचांग (Hindu calendar) का नौवां महीना है, जो काफी महत्तवपूर्ण है। इस महीने को भगवान का स्वरूप माना जाता है। इसलिए इसे सबसे पवित्र महीना माना माना जाता है। इस माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती (Kaal Bhairav Jayanti 2020) मनाई जाएगी।
काल भैरव जयंती तिथि
आज काल भैरव जयंती है। इस साल काल भैरव जयंती 7 दिसंबर को पड़ रही है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव के रौद्र रुप काल भैरव का अवतरण हुआ था। इनकों काशी का कोतवाल भी कहा जाता है।
काल भैरव जयंती का मुहूर्त
इस माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती मनाई जाती है। काल भैरव जयंती 7 दिसंबर को शाम 6.47 से शुरु होगी जो 8 दिसंबर को शाम 5.17 बजे खत्म होगी। बता दें कि काल भैरव की पूजा रात के समय में ही की जाती है।
काल भैरव जयंती की पूजा विधि
— इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा करें।
— इस दिन काले कपड़े धारण करने चाहिए।
— पूजा में अक्षत, चंदन, काले तिल, काली उड़द, काले कपड़े, धतुरे के फूल का इस्तेमाल करें।
— काल भैरव भगवान को नीले फूल अर्पित करें।
— मान्यता है कि इस दिन काल भैरव जी को इस दिन शराब का भोग लगाया जाता है।
— इस दिन काल कुत्ते को भोजन कराए।
— पूजा करते समय काल भैरव मंत्र और आरती भी पढ़नी चाहिए।