नई दिल्ली। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा (Karthik Purnima) के नाम से जाना जाता है। इस दिन स्नान और दान को अधिक महत्व (Importance of Karthik Purnima) दिया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरा नाम के राक्षस का वध किया था। इस दिन दिन किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने से मनुष्य के सभी पाप धूल जाते हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर दीप दान को भी विशेष महत्व दिया जाता है। माना जाता है कि इस दिन दीप दान करने से सभी देवताओं का आशीर्वाद मिलता हैं।
इस साल कार्तिक पूर्णिमा 19 नवंबर 2021, शुक्रवार को पड़ रही हैं। इस दिन किए जाने वाले दान-पुण्य का काफी फल मिलता है। ऐसे में इस लेख में जानें कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करना का शुभ मुहूर्त…
कार्तिक पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – नवम्बर 18, 2021 को 12:00 पी एम बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त – नवम्बर 19, 2021 को 02:26 पी एम बजे
कार्तिक पूर्णिमा महत्व
ये पूर्णिमा देवी-देवताओं के लिए खास उत्सव का दिवस है। इसीलिए इस दिन पर्व-त्योहारों पर हुई भूलों के लिए माफी मांगनी चाहिए। साथ ही पूजा-अर्चना कर देवी-देवताओं को प्रसन्न करें। इस दिन स्नान का विशेष महत्व है। इस दिन जल्दी उठकर किसी पवित्र नदी या कुंड़ में स्नान करें। ये काफी शुभ माना जाता है। इसके बाद राधा-कृष्ण की पूजा करनी चाहिए। कार्तिक पूर्णिमा का व्रत रखने वालों को इस दिन हवन जरूर करना चाहिए। इसस काफी पुण्य मिलता है। इसके अलावा किसी जरुरतमंद को भोजन जरुर कराना चाहिए।