नई दिल्ली। मकर संक्राति की तरह उत्तर भारत में लोहड़ी भी बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। लोहड़ी का ये त्यौहार मकर संक्रांति से पहले मनाया जाता है। लोहड़ी का का ये पर्व पंजाब और हरियाणा में बहुत प्रचलित है। इस मौके पर लकड़ियों या उपलों से घर के बाहर या फिर किसी खुली जगह पर आग जलाई जाती है। लोहड़ी वाले दिन नई फसल को काटा जाता है। कटी हुई फसल का पहला भोग अग्नि देवता को लगाया जाता है। आग के चारों तरफ चक्कर लगाकर सभी लोग अपने सुखी जीवन की कामना करते हैं। लोहड़ी के दिन आग में तिल, गुड़, गजक, रेवड़ी और मूंगफली चढ़ाई जाती हैं।
लोहड़ी 2024 का शुभ मुहर्त
इस साल 14 जनवरी 2023 को लोहड़ी का पर्व मनाया जाएगा। ये पर्व हर साल मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाता है। इस साल मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी 2023 को दिन मनाया जाएगा। इस कारण लोहड़ी का पर्व मकर संक्रांति से 1 दिन पहले यानी 14 जनवरी को मनाया जायेगा। लोहड़ी की पूजा का शुभ मुहूर्त 14 जनवरी को रात 8 बजकर 57 मिनट पर है। लोहड़ी मनाने की बहुत सारी खास वजह होती है। इस अवसर पर नई फसल की पूजा की जाती है।
लोहड़ी 2024 की पूजाविधि
आमतौर पर सिख समुदाय के लोग लोहड़ी का पर्व मनाते हैं। लोहड़ी के इस त्योहार के अवसर पर घर के बाहर या किसी खुली जगह पर आग जलाई जाती है और फिर उस पवित्र आग की परिक्रमा करते हुए उसमें तिल गजक मक्कर मूंगफली अर्पित करते हैं। जिन लोगों के घर में नई बहू आती है या फिर किसी बच्चे का जन्म होता है, उन लोगों के घर में लोहड़ी का पर्व काफी धूमधाम से मनाया जाता है। लोहड़ी के दिन नए कपडे पहनने और भंगड़ा करने का रिवाज भी पंजाब में बेहद मशहूर है। अब पंजाब और हरियाणा के अलावा नॉर्थ के बाकी राज्यों में भी लोहड़ी का त्योहार मनाया जाने लगा है। खासकर देश की राजधानी दिल्ली में भी लोहड़ी को लेकर काफी धूम देखने को मिलती है।