newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

जन्मदिन विशेष : सुब्रह्मण्यम स्वामी का व्यक्तित्व जानें उनकी कुंडली से

सुब्रह्मण्यम स्वामी (Subrahmanyam Swami) का जन्म 15 सितंबर 1939 ( गुरुुुवार) को म्य्लापोरे, चेन्नई, भारत में हुआ हैं। उनकी कुंडली (Kundali) सिंह लग्न की है।

नई दिल्ली। सुब्रह्मण्यम स्वामी (Subrahmanyam Swami) का जन्म 15 सितंबर 1939 ( गुरुुुवार) को म्य्लापोरे, चेन्नई, भारत में हुआ हैं। उनकी कुंडली (Kundali) सिंह लग्न की है। स्वामी की कुंडली (Subrahmanyam Swami Kundali) में लग्न में सूर्य और बुध का ‘बुद्धादित्य’ योग है, जिसके प्रभाव से उनको प्रखर बुद्धि और वाक्पटुता मिली है। लग्नेश, लग्नस्थ में ही स्थित हैं। इसी ने प्रखर वक्ता, अर्थशास्त्री, बनने में मदद की।

Subramanian Swamy

उनकी कुंडली में छठे भाव में पड़े उच्चे के मंगल ने उनको हमेशा अपने विरोधियों पर तीखे हमले करने की शक्ति दी है। धन भाव अर्थात दूसरे भाव मे कन्या राशि में चन्द्र, शुक्र की युति हैं। यहां चन्द्रमा, हस्त नक्षत्र के तृतीय चरम में स्थित हैं। उनका गण-देव, वर्ण-वैश्य, करण-कौलव, नाड़ी-आद्या, तत्व-अग्नि हैं।

ज्योतिषाचार्य पं. दयानंद शास्त्री ने बताया कि पराक्रम भाव, तृतीय में तुला का राहू स्थित हैं। 6ठे भाव मे मकर का मंगल एवम अष्टम भाव मे मीन का गुरु विराजित हैं। भाग्य स्थान, नवम में मेष के शनि केतु की युति स्थित हैं। मंगल और शनि का दृष्टि संबंध स्वामी को जिद्दी और कठोर स्वाभाव का व्यक्ति भी बनता है।

swami kundali

स्वामी की कुंडली में वर्तमान में केतु की विंशोत्तरी महादशा (15 दिसंबर 2019 से 15 दिसंबर 2026 तक चल रही हैं) में शुक्र की अन्तर दशा चल रही है, 13 जुलाई 2021 तक। उनके पिता का नाम सीताराम सुब्रमण्यम था और वो मदुरै, तमिलनाडु से थे। उनके पिता शुरू में भारतीय सांख्यिकी सेवा में अधिकारी थे और बाद में केंद्रीय सांख्यिकी संस्थान के निदेशक के रूप में सेवानिवृत्त हुए।

swami kundali

सुब्रमण्यम स्वामी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिन्दू कॉलेज से मैथ में ग्रेजुएशन ऑनर्स किया। उन्होंने भारतीय सांख्यिकी संस्थान में सांख्यिकी में अपनी मास्टर्स डिग्री के लिए अध्ययन किया। इसके बाद वो पूरी करके रॉकफेलर छात्रवृत्ति पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के लिए चले गए। उन्हें 1965 में इकोनॉमिक्स में पीएचडी की।