नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में एकादशी का काफी महत्व होता है। साल में कुल 24 एकादशी आती हैं। हर एक एकादशी काफी अहम होती है। अब कुछ दिनों बाद देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi 2023) मनाई जाएगी। ये वो एकादशी होती है जब भगवान विष्णु (Lord Vishnu) सोने चले जाते हैं। इस दिन से चार महीनों के लिए विष्णु जी सो जाते हैं। भगवान विष्णु के इन चार महीनों तक निद्रा में रहने के साथ ही चातुर्मास (Chaturmas) शुरू हो जाते हैं। चातुर्मास वो समय होता है जब किसी भी तरह के शुभ-मंगल कार्यों की मनाही होती है। न तो इस दौरान शादी होती है और न ही कोई पूजा-पाठ और मुंडन…
इस साल कब है देवशयनी एकादशी
देवशयनी एकादशी आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कहा जाता है। कई जगहों पर इसे हरिशयनी एकादशी (Harishayani Ekadashi) नाम से भी जाना जाता है। इस साल 2023 में देवशयनी एकादशी तीन दिन बाद यानी 29 जून को है। जो लोग व्रत करते हैं वो भी इसी दिन व्रत करेंगे।
तुलसी का उपाय दिलाएगा श्री हरि विष्णु की कृपा
मां तुलसी, विष्णु जी की प्रिय भक्त थीं। खुद विष्णु जी ने आशीर्वाद देते हुए कहा था कि जो भी तुलसी की पूजा करेगा और तुलसी को उनकी पूजा में शामिल रखेगा उसपर वो अपनी कृपा बनाए रखेंगे। यही वजह है कि विष्णु जी की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल किया जाता है। देवशयनी एकादशी पर विष्णु जी की कृपा पाने के लिए आप तुलसी के कुछ उपाय कर सकते हैं…
ये हैं तुलसी के उपाय
- देवशयनी एकादशी पर विष्णु जी की कृपा करने के साथ ही तुलसी के समझ घी का दीपक जलाना चाहिए.
- आप इस दिन 11 बार तुलसी के पौधे की परिक्रमा करें इससे आपके जीवन में खुशी बढ़ती है।
- अगर आप चाहते हैं कि विष्णु जी आपके ऊपर कृपा बनाए रखे तो जो भोग आपने बनाया हो उसमें तुलसी मिला दें।
- दांपत्य जीवन में खुशियां लाना चाहते हैं तो देवशयनी एकादशी पर तुलसी पर लाल चुनरी चढ़ाएं।
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