नई दिल्ली। अक्टूबर की शुरूआत हो चुकी है ये पूरा महीना ही त्योहारों और व्रतों से भरा है। इस महीने में नवरात्रि का भी त्योहार मनाया जाएगा जिसे काफी शुभ समय माना जाता है। इसके साथ ही बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा भी इसी महीने में मनाया जाएगा। इसके अलावा पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाने वाला करवा चौथ का व्रत भी इसी महीने में है इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए वर्त रखती हैं। तो चलिए आपको बताते हैं इस महीने में पड़ने वाले त्योहारों की पूरी लिस्ट…
ये हैं अक्टूबर में पड़ने वाले व्रत-त्योहार
इंदिरा एकादशी- 2 अक्टूबर 2021, शनिवार को आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी यानि इंदिरा एकादशी का व्रत। इस दिन जो लोग व्रत करते हैं उनके पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। इस दिन व्रत करने वालों को इसका दोगुना फल मिलता है।
अश्विन अमावस्या- 6 अक्टूबर 2021, बुधवार को पितृ पक्ष का आखरी दिन है। इस दिन पितरों को विदाई दी जाती है। कई जगहों पर इसे सर्व पितृ अमावस्या या फिर दर्श अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है।
शारदीय नवरात्रि- 7 अक्टूबर 2021, गुरुवार से शारदीय नवरात्रि की शुरूआत होगी। इसके पहले दिन मां शैलपुत्री का पूजन किया जाएगा।
नवपत्रिका- 12 अक्टूबर 2021, मंगलवार को नवरात्रि के सातवें दिन नवपत्रिका या नाबापत्रिका पूजा होती है। महासप्तमी के दिन इस पूजा का खास महत्व होता है। इसमें नौ अलग-अलग पेड़ों की पत्तियों को मिलाकर नाबापत्रिका को तैयार किया जाता है। नाबापत्रिका को भगवान गणेश की पत्नी के रूप में भी माना जाता है।
दुर्गा अष्टमी- 13 अक्टूबर 2021, बुधवार को दुर्गा अष्टमी या नवरात्रि का आठवां दिन पड़ेगा। ये दिन मां महागौरी को समर्पित है। इस दिन बहुत से लोग कन्या पूजन के साथ ही बड़ी संख्या में लोग भंडारे का भी आयोजन करते हैं।
दुर्गा महा नवमी- 14 अक्टूबर 2021, गुरुवार को शरद नवरात्रि का आखरी दिन है जिसे नवमी कहा जाता है। ये दिन मां सिद्धिदात्री को समर्पित है। इस दिन भी कन्या पूजन किया जाता है।
दशहरा- 15 अक्टूबर 2021, शुक्रवार को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा मनाया जाएगा। इस दिन भगवान राम ने रावण को मारा था। जिसे कई जगहों पर विजयदशमी, आयुध पूजा आदि नामों से भी जाना जाता है।
करवा चौथ- 24 अक्टूबर 2021, रविवार के दिन करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए वर्त रखती हैं और रात को चांद देखने के बाद महिलाएं व्रत का परायण करती हैं।