नई दिल्ली। भाई-बहन के प्यार भरे रिश्ते का त्योहार रक्षाबंधन आने वाला है। इस साल राखी का पर्व 22 अगस्त, रविवार को मनाया जाएगा। इस साल राखी पर 474 साल बाद अद्भुत महासंयोग बन रहा है। जो भाई-बहन के लिए अत्यंत लाभकारी है। बता दें कि हिन्दू पंचांग के अनुसार, राखी का ये त्योहार हर साल श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। हिन्दू धर्म में इस त्योहार का खास महत्व है। इस दिन बहने अपने भाई के हाथों में कलाई बांधकर अपनी रक्षा का वादा लेती है। तो वहीं भाई भी पूरी जिंगदी बहन की रक्षा का वादा करता है। इस साल राखी बांधने का शुभ मुहुर्त 1:42 मिनट से 4 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
शास्त्रों की मानें तो इस बार राखी पर सिंह राशि में सूर्य, मंगल और बुध ग्रह एक साथ विराजमान होंगे। सिंह राशि का स्वामी सूर्य है। ग्रहों का ऐसा योग बेहद शुभ और फलदायी रहने वाला है। ऐसा दुर्लभ संयोग 474 साल बाद बन रहा है। जो काफी लाभकारी होगा।
रक्षा बन्धन मुहूर्त
रक्षा बन्धन भद्रा अन्त समय – 06:15 ए एम
रक्षा बन्धन भद्रा पूँछ – 02:19 ए एम से 03:27 ए एम
रक्षा बन्धन भद्रा मुख – 03:27 ए एम से 05:19 ए एम
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – अगस्त 21, 2021 को 07:00 पी एम बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त – अगस्त 22, 2021 को 05:31 पी एम बजे
रक्षा बंधन के दिन आपको सुबह जल्दी उठकर नहाकर साफ कपड़े पहनने चाहिए। इसके बाद आप घर को साफ करें और चावल के आटे का चौक पूरकर वहां मिट्टी के छोटे से घड़े को स्थापित करें। अब चावल, कच्चे सूत का कपड़ा, रोली, सरसों को एकसाथ मिलाएं। अब पूजा की थाली को सजाएं और दीपक जलाएं। अब इस थाली में मिठाई रखें।
अब अपने भाई को पीढ़े पर बैठाएं। भाई को जिस पीढ़ा पर बैठाया जा रहा है वो अगरआम की लकड़ी का बना हो तो ये और बेहतर रहता है। राखी बांधते समय ये ख्याल रखें की भाई का मुंह पूर्व दिशा की ओर हो। इस दौरान बहन का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। भाई को तीलक लगाने के बाद दाहिने हाथ पर राखी बांधे। राखी बांधने के बाद भाई की आरती उतारें फिर उसे मिठाई भी खिलाएं। अब अगर राखी बांधने वाली बहन बड़ी हो तो छोटे भाई को आशीर्वाद दें और अगर बहन छोटी हो तो बड़े भाई से उसे आर्शिवाद लेना चाहिए।