नई दिल्ली। देशभर में आज, 5 अप्रैल 2023 को चैत्र पूर्णिमा (Chaitra Purnima 2023) मनाई जा रही है। हिन्दू धर्म में चैत्र पूर्णिमा का खास महत्व होता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है साथ ही सत्य नारायण भगवान की कथा सुनी जाती है। इस बार चैत्र पूर्णिमा की तिथि को लेकर कंफ्यूजन बना हुआ है। कई लोग 5 अप्रैल को पूर्णिमा बता रहे हैं। तो वहीं, कई लोग 6 अप्रैल 2023 को कह रहे हैं। तो चलिए आपको बताते हैं क्या है चैत्र पूर्णिमा की सही तिथि, क्या है शुभ मुहूर्त और किस दिन आपको दान-पुण्य करना है…
चैत्र पूर्णिमा (Chaitra Purnima) पर क्या है शुभ मुहूर्त
चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि 5 अप्रैल 2023 को सुबह 09 बजकर 19 मिनट से शुरू हो रही है। ये तिथि अगले दिन 6 अप्रैल 2023 को सुबह 10 बजकर 04 मिनट पर खत्म हो रही है। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, दान और स्नान का कार्य 6 अप्रैल 2023 को किया जाएगा। हालांकि व्रत आज यानी 5 अप्रैल 2023 को ही किया जाएगा। सत्यनारायण की पूजा भी आज सुबह 10:50 से दोपहर 12:24 मिनट तक आप कर सकते हैं।
चैत्र पूर्णिमा पर चंद्रोदय का ये रहेगा समय
चैत्र पूर्णिमा पर स्नान-दान के अलावा चंद्र देव की भी पूजा का विधान है। रात में चंद्रदेव की पूजा और अर्घ्य दिया जाता है। इससे व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है और जीवन में सुख समृद्धि आती है। चंद्र देव को कच्चे दूध में मिश्री और चावल मिलाकर अर्ध्य दें। इससे आपको हर तरह के रोग से राहत मिलती है और आरोग्य का वरदान मिलता है।
इस मंत्र का करें जाप
पूर्णिमा पर चंद्र देव को देखकर ऊँ सों सोमाय नम: मंत्र का जाप 108 बार करें। इससे आपके जीवन के सभी कष्ट दूर होंगे और हर काम में आपको सफलता मिलेगी।
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